न्यूज डेस्क (प्रियंवदा गोप): जम्मू-कश्मीर (Jammu & Kashmir) के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद जिन्होंने पिछले महीने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया था, ने आज (26 सितम्बर 2022) अपनी नई राजनीतिक पार्टी का शुरू की और प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान नयी पार्टी के नाम का खुलासा किया। आजाद ने ऐलान किया कि उनकी नई पार्टी का नाम डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी (Democratic Azad Party) होगा। दिग्गज राजनेता ने आगे जोर देकर कहा कि उनकी नयी पार्टी में उम्र की कोई सीमा नहीं होगी, जिससे कि जूनियर और सीनियर सभी नेता पार्टी में अच्छे तरीके से काम कर पायेगें।
इससे पहले गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) ने कहा था कि उनकी पार्टी का नाम और झंडा जम्मू-कश्मीर के लोग तय करेंगे। प्रेस कार्यक्रम के दौरान उन्होनें बताया कि उन्हें नाम से जुड़े 1,500 से अधिक सुझाव मिले हैं। जम्मू में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गुलाम नबी आजाद ने कहा कि, “मेरी नई पार्टी के लिये लगभग 1,500 नाम हमें उर्दू, संस्कृत में भेजे गये थे। हिन्दी और उर्दू का मिलीजुली भाषा ‘हिन्दुस्तानी’ है। हम चाहते हैं कि नाम लोकतांत्रिक, शांतिपूर्ण और स्वतंत्र हो।”
आजाद ने नई पार्टी के नाम की घोषणा करते हुए कहा कि- ये पार्टी धर्मनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक और किसी भी बाहरी असर से आजाद होगी। बता दे कि ये घटनाक्रम उनके 50 साल की वफादारी के बाद कांग्रेस पार्टी (Congress Party) छोड़ने के करीब एक महीने बाद सामने आया है। इस दौरान आजाद ने डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी के झंडे को भी मीडिया के सामने रखा, ये झंडा तीन रंग का है जिसमें पीला, सफेद और नीला। इससे पहले आजाद ने कहा था कि उनकी नयी पार्टी का मकसद जम्मू-कश्मीर की सत्ता में आने पर राज्य का दर्जा बहाल करना होगा।
पिछले महीने गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया और सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) को तीखा इस्तीफे वाला खत लिखा, जहां उन्होंने गांधी परिवार (Gandhi Family) और पूर्व पार्टी प्रमुख राहुल गांधी पर कटाक्ष कर उन्हें “अपरिपक्व” और “बचकाना” करार दिया। पांच पन्नों के इस खत में आजाद ने दावा किया था कि कांग्रेस में एक मंडली पार्टी चलती है, जबकि सोनिया गांधी सिर्फ “नाम के लिये अध्यक्ष” थीं और सभी बड़े फैसले” राहुल गांधी (Rahul Gandhi) या बल्कि ये कहे कि उनके सुरक्षा गार्ड और पीए” ले रहे थे।