न्यूज डेस्क (मृत्युजंय झा): केरल से कांग्रेस सांसद कोडिकुन्निल सुरेश ने आरएसएस (RSS) की बराबरी पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) से की है और कहा है कि बीजेपी के वैचारिक संरक्षक को भी प्रतिबंधित किया जाना चाहिये क्योंकि ये हिंदू सांप्रदायिकता फैला रहा है। उनका ये बयान ऐसे वक्त में सामने आया है जब भारत विरोधी गतिविधियों को लेकर केंद्र ने आज PFI पर पांच साल के लिये प्रतिबंध लगा दिया।
कोडिकुन्निल सुरेश (Congress MP Kodikunnil Suresh) लोकसभा में पार्टी के मुख्य सचेतक भी हैं उन्होनें कहा कि, “आरएसएस और पीएफआई दोनों एक समान हैं। कोडिकुन्निल सुरेश ने मलप्पुरम में कहा कि- “हम मांग करते हैं कि आरएसएस पर भी बैन लगाया जाये। पीएफआई पर प्रतिबंध लगाना कारगर उपाय नहीं है, आरएसएस भी पूरे देश में हिंदू सांप्रदायिकता (Hindu Communalism) फैला रहा है। आरएसएस और पीएफआई दोनों एक समान हैं, इसलिये केंद्र सरकार को दोनों पर प्रतिबंध लगाना चाहिये। आखिर सिर्फ पीएफआई ही क्यों?।
बता दे कि एनआईए ने पीएफआई के खिलाफ बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू करने के कुछ दिनों बाद केंद्र सरकार ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया पर पांच साल के लिये बैन लगा दिया। केंद्र सरकारी की ओर से जारी एक अधिसूचना में कहा कि कट्टरपंथी जमात पीएफआई लोकतंत्र की अवधारणा को कमजोर करते हुए युवाओं को चरमपंथी बनाने का गुप-चुप एजेंडा चला रहा है।
एनआईए ने बीते मंगलवार को देश के 15 राज्यों में 93 ठिकानो पर छापेमारी की। इस दौरान आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, दिल्ली, केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हैदराबाद, असम, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गोवा, पश्चिम बंगाल, बिहार और मणिपुर (Bihar and Manipur) में 100 से ज्यादा पीएफआई कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया।
गौरतलब है कि इस महीने की शुरूआत में एनआईए (NIA) ने पीएफआई से जुड़े 106 लोगों को गिरफ्तार किया था।