न्यूज डेस्क (समरजीत अधिकारी): वित्तीय अपराधों में शामिल साइबर अपराधियों के खिलाफ बीते मंगलवार (4 अक्टूबर 2022) को सीबीआई (CBI) ने 100 से ज्यादा ठिकानों पर कई छापे मारे। ये छापेमारी और तलाशी केंद्र शासित प्रदेशों और राज्यों के पुलिस बलों की मदद से की गयी थी। बता दे कि सीबीआई ने इंटरनेट (Internet) का इस्तेमाल कर वित्तीय धोखाधड़ी में शामिल साइबर अपराधियों के खिलाफ 11 मामले दर्ज किये हैं और एजेंसी ने 87 ठिकानों पर तलाशी ली जबकि राज्य पुलिस बलों ने 28 स्थानों पर छापेमारी की। ये छापेमारी सीबीआई के ऑपरेशन चक्र के तहत की गयी थी।
आखिर है क्या ऑप्रेशन चक्र?
वित्तीय अपराधों और धोखाधड़ी में लिप्त साइबर अपराधियों को ट्रैक करने के कवायद में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने ऑपरेशन चक्र (Operation Chakra) शुरू किया। ये मिशन इंटरनेशनल इनपुट की बुनियाद पर साइबर अपराध नेटवर्क के खिलाफ शुरू किया। सीबीआई अधिकारियों के मुताबिक वित्तीय अपराधों में शामिल साइबर अपराधियों के खिलाफ इंटरपोल, एफबीआई (FBI) और कई देशों के पुलिस बलों के कोर्डिनेशन से ऑपरेशन चक्र शुरू किया गया है।
मामले पर एजेंसी ने अपने बयान में कहा कि, “इस ऑपरेशन का इरादा भारत में इन अंतर्राष्ट्रीय साइबर अपराध गिरोहों के बुनियादी ढांचे को खत्म करना और इनके पीड़ितों को इंसाफ दिलाना है। अंतर्राष्ट्रीय संगठित साइबर अपराध के खिलाफ भारत की लड़ाई में ये बड़ा मील का पत्थर है।”
सीबीआई की क्राइम डिवीजन ने कॉल सेंटरों से डिजिटल डिवाइस और आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किये जाने के साथ ही ये ऑपरेशन शुरू कर दिया। हाल ही में पुणे और अहमदाबाद (Pune and Ahmedabad) में कॉल सेंटरों का भंडाफोड़ किया गया, जहां लोग ब्रिटिश और अमेरिकी नागरिकों को ठग रहे थे।
सीबीआई ने कार्रवाई के बारे में अमेरिका की संघीय जांच ब्यूरो (FBI) को जानकारी दे दी गयी है। बयान में आगे कहा गया है कि ये कार्रवाई इंटरपोल, एफबीआई, रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस और ऑस्ट्रेलियाई संघीय पुलिस (Royal Canadian Mounted Police and Australian Federal Police) के कोर्डिनेशन से हुई है।