केन्द्रीय विद्यालय में छात्रा से हुआ Gang Rape, दिल्ली महिला आयोग ने लिया मामले का संज्ञान

न्यूज डेस्क (शौर्य यादव): राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के केंद्रीय विद्यालय के वॉशरूम के अंदर दो सीनियर्स ने 11 वर्षीय एक छात्रा के साथ कथित तौर पर गैंग रेप (Gang Rape) किया। जिसके बाद दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने मामला दर्ज कर लिया। केंद्रीय विद्यालय संगठन (Kendriya Vidyalaya Sangathan) के क्षेत्रीय कार्यालय ने भी मामले की जांच के आदेश दिये हैं। कथित घटना जुलाई में हुई थी, लेकिन दिल्ली महिला आयोग (DCW- Delhi Commission for Women) द्वारा मामले को उजागर किये जाने के बाद ही पीड़िता ने बीते मंगलवार (4 अक्टूबर 2022) को पुलिस से संपर्क किया।

डीसीडब्ल्यू ने इस घटना को ‘गंभीर मामला’ करार देते हुए इस मुद्दे पर दिल्ली पुलिस और स्कूल के प्रिंसिपल को नोटिस जारी किया। स्कूल के अधिकारियों को ये बताने के लिए कहा गया है कि उनके द्वारा कथित तौर पर पुलिस को घटना की जानकारी क्यों नहीं दी गयी।

केंद्रीय विद्यालय संगठन (KVS) के अधिकारियों ने कहा कि घटना की शिकायत स्कूल के प्रिंसिपल को पीड़िता या उसके माता-पिता ने नहीं की थी और ये मामला पुलिस जांच के बाद ही सामने आया है। केवीएस शिक्षा मंत्रालय (Ministry of Education) के तहत एक स्वायत्त निकाय है और ये देशभर के 25 इलाकों में फैले 1,200 से ज्यादा केन्द्रीय विद्यालय की देखरेख करता है।

केवीएस अधिकारियों ने कहा कि इस मामले में स्कूल अधिकारियों को कोई शिकायत नहीं मिली है। केवीएस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “केवीएस का क्षेत्रीय कार्यालय मामले की जांच कर रहा है। इस घटना की जानकारी लड़की या उसके माता-पिता ने नहीं दी थी। घटना के बाद हुई अभिभावक-शिक्षक बैठक में भी इस मुद्दे को नहीं उठाया गया था।”

अधिकारी ने कहा कि, “ये मामला पुलिस जांच से ही हमारे संज्ञान में आया है। हम दिल्ली पुलिस की कार्यवाही में सहयोग कर रहे हैं।” पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मामले की गहन जांच की जा रही है।

पुलिस के मुताबिक पीड़िता ने मंगलवार को शिकायत दर्ज करायी और तुरंत मामला दर्ज कर लिया गया। डीसीडब्ल्यू चेयरपर्सन स्वाति मालीवाल (Swati Maliwal) ने कहा कि, “हमें दिल्ली के एक स्कूल के अंदर 11 साल की छात्रा के साथ गैंग रेप का एक बेहद ही गंभीर मामला मिला। लड़की ने आरोप लगाया है कि उसके स्कूल के शिक्षक ने मामले को दबाने की कोशिश की। ये बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि राजधानी में स्कूल भी बच्चों के लिये असुरक्षित हैं।”

आयोग के मुताबिक नाबालिग ने आरोप लगाया है कि जुलाई में जब वो अपनी कक्षा में जा रही थी, तब वो अपने स्कूल के 11वीं और 12वीं कक्षा में पढ़ने वाले दो लड़कों से टकरा गयी।

पीड़िता ने कहा कि उसने लड़कों से माफी मांगी लेकिन वो उसे गालियां देने लगे और उसे टॉयलेट के अंदर ले गये। उसने आरोप लगाया कि लड़कों ने टॉयलेट का दरवाजा अंदर से बंद कर दिया और उसके साथ बलात्कार किया। उसने कहा कि जब उसने घटना की जानकारी एक शिक्षक को दी तो उसने बताया गया कि लड़कों को निष्कासित कर दिया गया है और इस तरह मामले को कथित तौर पर दबा दिया गया।

डीसीडब्ल्यू ने पुलिस से घटना पर कार्रवाई रिपोर्ट मांगी है। मामले पर दिल्ली महिला आयोग के पैनल ने कहा कि- “आयोग ने स्कूल के प्रिंसिपल से ये बताने को कहा गया है कि स्कूल के अधिकारियों को इस मामले के बारे में कब पता चला और उनके द्वारा क्या कार्रवाई की नहीं की गयी। साथ ही स्कूल को मामले की जांच रिपोर्ट की एक कॉपी भी पेश करने को कहा गया है।

दिल्ली महिला आयोग ने दिल्ली पुलिस और स्कूल के शिक्षक और/या किसी अन्य स्टाफ के खिलाफ कथित रूप से दिल्ली पुलिस को मामले की रिपोर्ट नहीं करने के लिये की गयी कार्रवाई की जानकारी देने के लिये भी कहा है।

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