एजेंसियां/न्यूज डेस्क (गौरांग यदुवंशी): यूक्रेन में रूसी सेना के नये कमांडर ने माना है कि दक्षिणी शहर खेरसॉन (Kherson) में हालात मुश्किल बनते जा रहे है। माना जा रहा है कि यूक्रेनी सैन्य बलों ने दक्षिणी और पूर्वी इलाकों को फिर से दबदबा बना लिया है। इलाके के रूसी हुक्मरान ने हाल ही में बताया कि निप्रो नदी (Nipro River) पर चार शहरों के नागरिकों का सामूहिक विस्थापन लगातार देखा जा रहा है। यूक्रेनी सैन्य बलों ने लगातार इलाके के बुनियादी ढांचे और इमारतों को निशाना बनाकर हालात काफी पेचीदा कर दिये है। इस बात की पुष्टि रूसी वायु सेना के जनरल सर्गेई सुरोविकिन (General Sergei Surovikin) ने की, जो कि अब रूसी हमलावर बलों की कमान संभाल रहे हैं।
जनरल सर्गेई सुरोविकिन ने कहा कि रूसी सेना सबसे पहले खेरसॉन की आबादी की सुरक्षित निकासी सुनिश्चित करेगी कुल मिलाकर विशेष सैन्य अभियान इलाके में तनावपूर्ण हालातों का सामना कर रहा है। रूस की ओर से तैनात इलाके में एक अन्य अधिकारी ने कहा कि खेरसॉन के निवासियों को जल्द ही यूक्रेनी सैनिकों की ओर से भारी हमलों का सामना करना पड़ सकता है। जितनी जल्दी हो सके इलाके से निकलने की तैयारियां शुरू करे।
खेरसॉन में रूसी सेना को बीते कुछ हफ्तों में 20-30 किमी (13-20 मील) पीछे खदेड़ दिया गया है और यूक्रेन को बांटने वाली 2,200 किलोमीटर लंबी निप्रो नदी के पश्चिमी तट पर दोनों ओर के जंगी मोर्चा संभाले हुए है।
ज़ापोरिज़्ज़िया (Zaporizhia) का प्रशासन संभालनी परिषद के रूसी अधिकारी व्लादिमीर रोगोव (Vladimir Rogov) ने कहा कि कीव की सेनाओं ने एनरहोदर (Enerhodar) की लामबंदी कर रात भर भारी गोलाबारी की। बता दे कि इस शहर में ज़ापोरिज्जिया परमाणु ऊर्जा स्टेशन के ज्यादातर कर्मचारी रहते हैं। उन्होंने कहा कि स्थानीय थर्मल पावर स्टेशन के आसपास 10 बार हड़ताल हो चुकी है।
24 फरवरी को यूक्रेन में रूसी हमले शुरू होने के बाद खेरसॉन रूसी सेना की पकड़ में सबसे पहले आया था। हालिया घटनाक्रम में मास्को ने “दिखावा” जनमत संग्रह करने के बाद तीन और यूक्रेनी इलाकों को रूसी संप्रभु क्षेत्र घोषित कर दिया।