एजेंसियां/न्यूज डेस्क (ओंकारनाथ द्विवेदी): इज़राइल ने बीते बुधवार (19 अक्टूबर 2022) को नागरिक आबादी को बचाने के लिये यूक्रेन (Ukraine) को हवाई हमले के अलर्ट विकसित करने में मदद करने की पेशकश की, लेकिन इजरायल के रक्षा मंत्री बेनी गैंट्ज़ (Defence Minister Benny Gantz) ने साफतौर पर कहा कि देश यूक्रेन को हथियार नहीं देगा। गैंट्ज़ के कार्यालय की ओर से जारी आधिकारिक बयान के मुताबिक “यूक्रेन के साथ हमारी नीति नहीं बदलेगी – हम समर्थन करना जारी रखेंगे और पश्चिम मुल्कों के साथ खड़े रहेंगे, हम कीव को हथियार प्रणाली मुहैया नहीं करवायेगें”
जब से रूस ने यूक्रेन पर हमला किया है तब से इस्राइल ने कड़ा रूख अख्तियार किया है। इज़राइल ने पश्चिम के साथ-साथ रूस के साथ भी संबंध बनाये रखने की बात कही। इज़राइल को पड़ोसी सीरिया (Syria) में हवाई हमलों के अपने अभियान को जारी रखने के लिये रूसी सहयोग की दरकार है, जहां रूसी सेना (Russian Army) मौजूद है और वहां इज़राइल अक्सर ईरान (Iran) से जुड़े लक्ष्यों को निशाना बनाता रहा है।
इजरायल के अधिकारी पहले ही इस बात पर जोर दे चुके हैं कि रूस में बड़ी तादाद में यहूदी आबादी (Jewish Population) है और इजरायल के अधिकारियों ने हर बार रूस के साथ रिश्तों को महफूज़ रखने की जरूरत पर जोर दिया है। सोवियत काल में यूएसएसआर (USSR) में यहूदी बड़े पैमाने पर इजरायल से कटे हुए थे। संघर्ष के शुरुआती महीनों से ही इजरायल के रूख ने यूक्रेन को नाराज कर दिया है।
राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की (President Volodymyr Zelensky) जो खुद भी यहूदी हैं, ने कई मौकों पर रूसी हमले का दृढ़ता से विरोध करने में नाकाम रहने के लिये इज़राइल को फटकार लगायी है। हालांकि हाल के महीनों में इजरायल ने अपने रवैये में थोड़ा बहुत बदलाव किया, इसके तहत तेल अवीव ने तटस्थता के रास्ते से खुद को अलग करते हुए रूस की ज़बरदस्त निंदा की।
गैंट्ज़ ने बुधवार को कहा कि इज़राइल यूक्रेन को मानवीय सहायता मुहैया करवाना जारी रखेगा, जिसमें जीवन रक्षक उपकरण खासतौर से शामिल हैं और जल्द ही इस्राइल अतिरिक्त पैकेज को भी मंजूरी दे सकता है, लेकिन हथियारों की सप्लाई पर इस्राइल ने पूरी तरह अपनी स्थिति साफ कर दी है।