न्यूज डेस्क (यर्थाथ गोस्वामी): दिवाली से ठीक एक दिन पहले देशभर में धनतेरस (Dhanteras) मनाया जाता है। हिंदू महीने के कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष के तेरहवें दिन को ‘धन’ शब्द के द्वारा दर्शाया गया है। इस साल धनत्रयोदशी (Dhantrayodashi) 23 अक्टूबर को मनाई जायेगी। दिवाली पांच दिवसीय त्योहार है जो कि धनतेरस से शुरू होता है। धनतेरस का त्यौहार सोना-चांदी जैसी कीमती धातुओं की खरीदारी के लिये शुभ दिन माना जाता है। हालांकि ये एक आम रिवाज है कि लोग धनतेरस के दौरान खास चीजों को खरीदने से बचते हैं।
लोहा
धनतेरस के दौरान लोग अक्सर लोहे, इससे जुड़े अन्य उत्पादों या लोहे से बने बर्तन खरीदने से बचते हैं।
स्टील
धनतेरस के दौरान स्टील को भी अशुभ माना जाता है। नतीजतन धनतेरस के दौरान लोग स्टील से बने उत्पादों के बजाय तांबे या पीतल (Copper or Brass) से बने उत्पादों या बर्तनों को खरीदना चुनते हैं।
काँच
धनतेरस के दौरान कांच से बनी चीजे और कांच से बने अन्य सामानों को खरीदना अशुभ माना जाता है। लोग धनतेरस के दौरान कांच खरीदने से बचते हैं, क्योंकि ज्योतिषीय मान्यताओं (Astrological Beliefs) के अनुसार राहु (Rahu) कांच से जुड़ा हुआ ग्रह माना जाता है।
धारदार चीजें
धनतेरस के दौरान नुकीले सामान को खरीदने से बचना चाहिये। धनतेरस की खरीदारी करते समय अक्सर चाकू, कैंची और अन्य तेज उपकरणों को खरीदसने से परहेज किया जाता है।
तेल/घी
लोग अक्सर रिवाज के अनुसार धनतेरस के दौरान तेल या घी नहीं खरीदते हैं। परिवारों को धनतेरस पर तेल या घी खरीदने से बचाने के लिये आम तौर पर लोग ये सुनिश्चित करते हैं कि घर में पर्याप्त मात्रा में इसका बैकअप हो।