न्यूज डेस्क (गंधर्विका वत्स): मल्लिकार्जुन खड़गे ने आज (26 अक्टूबर 2022) कांग्रेस पार्टी (Congress Party) के अध्यक्ष के तौर पर कार्यभार संभाला। वो बीते दो दशकों में बने पहले गैर-गांधी परिवार (Non-Gandhi family) के कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष हैं। गांधी परिवार के वफादार माने जाने वाले 80 वर्षीय नेता ने कसम खाई कि वो देश में फैले झूठ और नफरत के घेरे को तोड़ देंगे। उन्होंने कार्यकर्ताओं से वादा किया कि वो इस साल की शुरूआत में कांग्रेस में नयी जान फूंकने के लिये उदयपुर घोषणा (Udaipur Declaration) को ज़मीनी स्तर पर लागू करेंगे।
उन्होंने आगे कहा कि 50 साल से कम उम्र के लोगों को कांग्रेस के 50 फीसदी पद देने के लिये वो उदयपुर डिक्लेरेशन के फैसले को लागू करेंगे। मैं जानता हूं कि ये मुश्किल वक्त है, कांग्रेस द्वारा स्थापित लोकतंत्र को बदलने की लगातार कोशिश की जा रही है।
कांग्रेस की पूर्व अंतरिम अध्यक्षा सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने कहा कि खड़गे पार्टी के अध्यक्ष के रूप में प्रेरणादायक होंगे। मैं नवनिर्वाचित राष्ट्रपति मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) को हार्दिक बधाई देती हूं। बदलाव दुनिया का नियम है। कांग्रेस ने पहले भी कई कठिनाइयों का सामना किया लेकिन मुझे यकीन है कि हम समस्याओं को दूर करेंगे। मुझे पूरा विश्वास है कि खड़गे जी पूरी पार्टी को प्रेरित करेंगे। उनकी अगुवाई में कांग्रेस मजबूत होगी। मैं बहुत खुश हूं और सबसे ज्यादा संतुष्टि इस बात की है कि आपने अपने विवेक से जिस अध्यक्ष को चुना है, वो अनुभवी नेता है, वो एक ऐसे नेता है जो जमीन से जुड़े हुए हैं। वो अपनी मेहनत और लगन से साधारण कार्यकर्ता से इस ऊंचाई तक पहुंचे हैं।
हाल ही में संपन्न हुए चुनावों में खड़गे ने शशि थरूर (Shashi Tharoor) को भारी अंतर से हराया था। एस निजलिंगप्पा (1968) के बाद खड़गे कर्नाटक के दूसरे नेता हैं जो कांग्रेस अध्यक्ष बने हैं।