घर में ऐसी कई चीज़े होती हैं जो कि निगेटिव एनर्जी (Negative Energy) तो फैलाती ही हैं साथ ही साथ हमारा दिमाग इससे भर देती हैं जिसके चलते अच्छे भले दिन बुरे दिन में तब्दील जाते हैं तो आइये जानते हैं ऐसी ही निगेटिव चीज़ों के बारे में।
टूटी-फूटी चीज़े- टूटे-फूटे बर्तन, शीशा, इलेक्ट्रॉनिक सामान, तस्वीर, फर्नीचर, सोफा, कुर्सी और टेबल, पलंग, घड़ी, दीपक, झाड़ू, मग, कप जैसा कोई भी सामान घर में नहीं रखना चाहिये।
निगेटिव तस्वीरें और मूर्ति- महाभारत युद्ध का चित्र, ताजमहल का चित्र, डूबती हुई नाव या जहाज, फव्वारे, जंगली जानवरों की तस्वीर, नटराज की मूर्ति और कांटेदार पौधों की तस्वीरें घर में नहीं रखना चाहिये। देवी-देवताओं की फटी हुईं और पुरानी तस्वीरें या खंडित हुईं मूर्तियों (Broken Statues) से भी आर्थिक हानि होती है। ऐसे में उन्हें किसी पवित्र नदी में प्रवाहित कर देना चाहिये।
पुराने या फटे कपड़े की पोटली- अक्सर लोग घरों की अलमारी या दीवान में फटे-पुराने कपड़ों की एक पोटली रखते हैं। हालांकि कुछ लोग जो कपड़े बेकार हो गये हैं, उनको कबर्ड या अलमारी के निचले हिस्से में रख छोड़ते हैं। ये नहीं रखना चाहिये।
कबाड़- अक्सर देखा गया है कि लोग घर में अटाला या कबाड़ जमा कर रखते हैं। इसके लिए एक कबाड़खाना अलग से होना चाहिए। पुराने या टूटे हुए जूते-चप्पल आपको आगे बढ़ने से रोक देते हैं। इन्हें भी घर से निकाल दें।
पर्स या तिजोरी- पर्स फटा न हो और तिजोरी टूटी हुई न हो। पर्स या तिजोरी में धार्मिक और पवित्र चीजे रखें जिससे पॉजिटिव एनर्जी बढ़ती है और जिसे देखकर मन प्रसन्न होता है।
टूटी या खुली अलमारी- किताबें रखने या कुछ छोटा-मोटा सामान रखने वाली अलमारियों को बंद करने का दरवाजा नहीं लगा है या उनमें कांच नहीं लगा है तो वो खुली मानी जायेगी। माना जाता है कि ऐसी अलमारी के होने से हर तरह के कामों में रुकावट आती है और पैसा भी पानी की तरह बह जाता है। टूटे फूटे फर्नीचर को बदल दें या उन्हें ठीक करवा लें।
सजावटी वस्तुएं या कलाकृतियां- कुछ लोग घर को कलात्मक लुक देने के लिये नकली या कांटेदार पौधे लगा लेते हैं। कई लोग पुरानी या फालतू चीजों से भी अपना घर सजाते हैं, जो कि गलत है। ऐसी वस्तुएं घर में निगेटिव एनर्जी को बढ़ावा देती हैं।
प्लास्टिक का सामान- आजकल प्लास्टिक का प्रचलन बढ़ गया है। आटे का डब्बा, रोटी का डब्बा, चम्मच, चाय का डब्बा, पानी की बोतल, मसाले के छोटे-छोटे डब्बे जैसे कई सामान प्लास्टिक के आने लगे हैं। प्लास्टिक की थैलियां भी बहुत से घरों में इकट्ठी करके रखी जाती है। घर में अगर प्लास्टिक है तो ये ऊर्जा का कुचालक होता है। आपके घर का वातावरण बदल जायेगा और इससे आपके भीतर का उत्साह खत्म होकर निराशा में बदल जायेगा। ये संकट को आमंत्रित करने का अच्छा साधन है। वैज्ञानिक कहते हैं कि प्लास्टिक कैंसर (Cancer) का भी कारण बन सकता है।
हानिकारक चीज़े- इसके अलावा घर में ऐसी कई हानिकारक वस्तुएं होती है, जिसके घर में रखें होने से घर का वातावरण ज़हरीला बन जाता है। ये नंगी आंखों से दिखायी नहीं देता लेकिन हवा का गुण धर्म इससे बदल जाता है। ऐसी कई चीज़े हैं जो हमारे आसपास रहती है, जैसे यहां-वहां घर में बिखरी ढेर सारी दवाइयां, एसिड की बोतल, टॉयलेट क्लिनर सोप, फिनॉयल, जहरीले रसायन, कीटनाशक, मच्छर मारने की दवा, एंटीबॉयोटिक दवा (Antibiotic Drug), बेकार पड़े बल्ब, एयर फ्रेशनर, अग्निशामक, नॉन स्टिक पॉट आदि। सभी तरह की हानिकारक वस्तुओं के लिये जगह तय होनी चाहिए और वो भी ऐसी जहां वो सुरक्षित रखी हों। ऐसी चीजों के लिये अलग से लकड़ी या लोहे का बॉक्स बनवायें और उसमें रखे जो किचन और बेडरूम से दूर हो।
पत्थर, नग या नगीना- कई लोग अपने घर में गैरजरूरी पत्थर, नग, अंगूठी, ताबीज़ या अन्य इसी तरह के सामान घर में कहीं भी रख छोड़ते हैं। ये मालूम नहीं रहता है कि कौन-सा नग फायदा पहुंचा रहा है और कौन-सा नग नुकसान पहुंचा रहा है। इसलिये इस तरह के सामान को घर से बाहर निकाल दें। एक छोटा सा पत्थर भी आपके भाग्य को दुर्भाग्य में बदलने की क्षमता रखा है। अगर ये घर में रखा है तो इसकी एनर्जी धीरे धीरे आपके घर के वातावरण को बदल कर रख देगी।
निगेटिव एनर्जी को हटाने के कारगर तरीके
हर घर में कोई न कोई वास्तु दोष (Vastu dosh) जरूर मिलता है, ऐसे में घरों में कोई न कोई समस्या बनी रहती है। वास्तु दोष से घर में निगेटिव एनर्जी भी इकट्ठी होती रहती है जो घर में कलह की वज़ह बन जाती है तो साथ ही परिवार के सदस्यों को स्वास्थ्य की हानि पैसे के बचत न होने की समस्या भी पैदा होती है। ऐसे में ये कुछ उपाय है जिससे आप घर में निगेटिव एनर्जी को खत्म कर सके।
● एक कटोरी में जल लेकर उसे तीन चार घंटे के लिये सूर्य की रोशनी में रख दें और फिर उसे भगवान का स्मरण करते हुए पूरे घर में आम या अशोक के पत्तों से छिड़क दें इसके लिये आप गौमूत्र या गंगाजल (Gangajal) का भी इस्तेमाल कर सकते है।
● घर में आप लोबान या धूप जलाकर मन्त्र का जप करते हुऐे पूरे घर में घुमाये ये भी निगेटिव एनर्जी को घर से बाहर करने का उत्तम उपाय है।
● शाम के समय घर के सभी कोनो में नमक बिखरा दें और सुबह उस नमक को बाहर फेंक दें। कोनों की सफाई करके। नमक को निगेटिव एनर्जी को खत्म करने वाला माना गया है।आप पोंछा लगाते समय पानी में थोड़ा नमक मिला सकते है।
● घर में हर रोज कुछ समय के भजन कीर्तन (Bhajan Kirtan) जरूर करे या पूजा करते समय घंटी आदि बजाते हुए मधुर स्वर में भजन गायन करे।
● शंख की ध्वनि भी इस काम के लिये उत्तम मानी जाती है और शंख से घर में जल भी छिड़क सकते है, हालांकि एक मान्यता के अनुसार घर में शंख रखना शुभ नहीं माना जाता ये सिर्फ मन्दिर में रखना चाहिये।
● अगर आप किसी ऐसे घर में प्रवेश करते है जहाँ पहले अन्य कोई रहता था तो उनके द्वारा छोड़ी हुई निगेटिव एनर्जी दूर करने के लिए सबसे बेहतर उपाय है कि आप घर में पहले रंग रोगन करवा लें उसके बाद घर में प्रवेश करे।
● घर की सभी खिड़कियों को हर रोज कम से कम 30 मिनट अवश्य खोलना चाहिये।
● गाय के देशी घी का दीपक हर रोज घर में जलाना भी घर की नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है।
● घर के मन्दिर में देवी देवताओं को चढ़ाये गये फूल के हार दूसरे दिन जरूर उतार देने चाहिये पुराने फूल भी निगेटिव एनर्जी देते है।
● धूल, मिट्टी, कबाड़ और खराब बिजली के उपकरण भी घर से हटा देने चाहिये ये भी निगेटिव एनर्जी देने वाले होते है।
● घर में तुलसी (Tulsi) का पौधा जरूर लगाये।
ये साधारण से उपाय है। जिससे आप अपने घर की निगेटिव एनर्जी को काफी हद तक कम कर सकते है साथ ही आप समय समय पर घर में हवन आदि भी करवाते रहे।