एजेंसियां/न्यूज डेस्क (शौर्य यादव): पाकिस्तान के पूर्व प्रधान मंत्री इमरान खान (Imran Khan) पर बीते हफ्ते वजीराबाद (Wazirabad) में रैली के दौरान हमला किया गया, जब एक बंदूकधारी ने इमरान खान के साथ-साथ भीड़ पर भी अंधाधुंध गोलियां चलायी, जिसमें खान की पार्टी के लोगों समेत रैली में शामिल आठ लोग घायल हो गये।
रैली में फायरिंग की घटना के बाद इमरान खान के पैरों में चोटें आयी और अब उन्होंने खुलासा किया है कि उनके खिलाफ हत्या की कोशिश के दौरान उन्हें पैर में तीन बार गोली मारी गयी थी। पाकिस्तान (Pakistan) के पूर्व पीएम ने कहा कि हमले के बाद इलाज के दौरान उनके पैर से तीन गोलियां निकलीं।
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (Pakistan Tehreek-e-Insaf) सुप्रीमो ने सीएनएन के बेकी एंडरसन (Becky Anderson) के साथ खास इंटरव्यूह के दौरान लाहौर के जमान पार्क (Zaman Park in Lahore) में अपने घर में हुई बातचीत के दौरान ये दावे किये। इंटरव्यू में उन्होंने खुलासा किया कि गोली लगने से उनके दोनों पैर जख्मी हो गये।
सीएनएन के हवाले से इमरान खान ने कहा कि, “उन्होंने मेरे दाहिने पैर से तीन गोलियां निकालीं। बाईं ओर कुछ छर्रे थे जिन्हें उन्होंने अंदर छोड़ दिया है।” इससे पहले इमरान खान ने रैली में अपने खिलाफ हुए हमले के लिये शहबाज शरीफ (Shahbaz Sharif) सरकार और पाक सेना को जिम्मेदार ठहराया था।
ये पूछे जाने पर कि उन्हें कैसे और किसके जरिये ये जानकारी मिली है, उन्होनें दावा किया कि ये जानकारी उन्हें खुफिया एजेंसियों से ही मिली है। उन्होनें बेकी एंडरसन से कहा कि- साढ़े तीन साल मैनें पाकिस्तान की सत्ता संभाली है, ऐसे में मेरे भी कनेक्शन खुफिया एजेंसियों और इंटेलीजेंस ऑपरेट करने वाली एजेंसियां से अब तक बने हुए है।
इमरान खान जिन्हें इस साल की शुरूआत में पाकिस्तान के प्रधान मंत्री पद से हटा दिया गया था, ने कई बार दावा किया है कि पाकिस्तान में कई राजनीतिक नेताओं पर किये गये हत्या के प्रयासों का पैटर्न एक सा रहा है। इसी तर्ज पर उनकी भी हत्या करने की प्लानिंग बनायी गयी है।
पाकिस्तान के पूर्व पीएम ने कहा कि, “ये सब तब शुरू हुआ जब मुझे पीएम पद से हटा दिया गया था, और तब से ये उम्मीद की जा रही थी कि मेरी पार्टी अलग हो जायेगी, लेकिन इसके बजाय जो हुआ वो ये था कि एक बड़ी सार्वजनिक प्रतिक्रिया हुई और मेरी पार्टी को आवाम का अपार समर्थन मिला।”
इससे पहले बीते सोमवार (7 नवंबर 2022) को इमरान खान ने देश के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी (President Arif Alvi) को एक खत लिखा, जिसमें उन्होंने सत्ता के गलत इस्तेमाल और कानूनों समेत संविधान के उल्लंघन के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा।