न्यूज डेस्क (श्री हर्षिणी सिंधू): Himachal Election 2022: हिमाचल प्रदेश की 68 विधानसभा सीटों के लिये आज (12 नवंबर 2022) कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सुबह आठ बजे मतदान शुरू हो गया। आज शाम 5 बजे तक वोट डालने वाले कुल 55,92,828 मतदाता 412 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे जो चुनावी मैदान में हैं।
वोटर्स की कुल तादाद में 27,37,845 महिलायें, 28,54,945 पुरुष और 38 थर्ड जेंडर के लोग शामिल है। इस बार हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनावों में महिला उम्मीदवारों का प्रतिनिधित्व 24 है। राजनीतिक दलों की ओर से हाई-वोल्टेज चुनावी प्रचार 10 नवंबर को खत्म हो गया था, जिसके बाद आज उम्मीदवारों के राजनीतिक भाग्य का फैसला हिमाचल प्रदेश के मतदाताओं पर निर्भर है।
राज्य में चुनावी जंग सत्तारूढ़ भाजपा और कांग्रेस (BJP and Congress) के बीच है, साल 1982 के बाद से ही दोनों पार्टियां बारी बारी से प्रदेश की सत्ता पर काब़िज होती रही है। भाजपा इसी पैटर्न को दरकिनार करते हुए खुद को सत्ता बरकरार रखना चाहती है। दूसरी ओर कांग्रेस जो अपनी ’10 गारंटियों’ पर भरोसा कर रही है। इन 10 गारंटियों की लिस्टिंग उसने अपने चुनावी घोषणा पत्र में की है। आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) सूबे में अपनी छाप छोड़ने की कतार लगी हुई है और इस तरह वो अकेले सभी 68 सीटों पर चुनाव लड़ रही है।
सत्तारूढ़ भाजपा के लिये चुनौती एंटी-इनकंबेंसी से बचने और वैकल्पिक सरकार के चलन को बदलने की होगी। इन तीनों पार्टियों के अलावा बहुजन समाज पार्टी (BSP), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) और राष्ट्रीय देवभूमि पार्टी (RDP) जैसी पार्टियां भी चुनावी मैदान में हैं।
भाजपा चुनाव के लिये केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Union Home Minister Amit Shah), पार्टी प्रमुख जगत प्रकाश नड्डा और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) जैसे स्टार प्रचारकों को लेकर आयी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पहाड़ी राज्य में प्रचार किया था। छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल (CM Bhupesh Baghel) समेत पार्टी के अन्य शीर्ष नेताओं के साथ कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा भी चुनावी मैदान में उतरीं।
चुनाव आयोग के मुताबिक आज के मतदान के लिये कुल 7,881 मतदान केंद्र बनाये गये हैं। कांगड़ा जिले (Kangra District) में सबसे ज्यादा 1,625 मतदान केंद्र हैं जबकि लाहौल-स्पीति जिले (Lahaul-Spiti District) में सबसे कम 92 हैं। ग्रामीण इलाकों में 7,235 मतदान केंद्र और शहरी क्षेत्रों में 646 मतदान केंद्र हैं। इसके अलावा सिद्धबाड़ी (धर्मशाला), बड़ा भंगाल (बैजनाथ) और ढिल्लों (कसौली) में तीन सहायक मतदान केंद्र भी बनाये गये हैं।
चुनावी मुकाबलें में सिराज विधानसभा सीट (Siraj Assembly Seat) खासतौर शामिल है जहां से मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, कांग्रेस के चेतराम ठाकुर और आम आदमी पार्टी उम्मीदवार गीता नंद ठाकुर और माकपा (CPM) उम्मीदवार महिंदर राणा एक दूसरे के खिलाफ चुनावी मैदान में ताल ठोंक रहे है।
कांग्रेस के राज्य प्रमुख मुकेश अग्निहोत्री ऊना जिले (Una District) के हरोली विधानसभा क्षेत्र से अपना पांचवां चुनाव लड़ रहे हैं, जहां भाजपा ने रामकुमार को चुनावी मैदान में उतारा है और आम आदमी पार्टी ने रविंदर पाल सिंह मान को मैदान में उतारा है। हमीरपुर (Hamirpur) में भाजपा के नरिंदर ठाकुर, कांग्रेस के पुष्पेंद्र वर्मा और आम आदमी पार्टी के सुशील कुमार सरोच एक दूसरे के आमने सामने हैं।
कांग्रेस ने भाजपा के रवि मेहता और आप के प्रेम ठाकुर के खिलाफ शिमला ग्रामीण से पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह को मैदान में उतारा है। मंडी (Mandi) में मुकाबला भाजपा प्रत्याशी अनिल शर्मा और कांग्रेस प्रत्याशी चंपा ठाकुर के बीच है। आम आदमी पार्टी ने इस सीट से श्याम लाल को चुनावी मैदान में उतारा है।
शिमला शहरी विधानसभा सीट (Shimla Urban Assembly Seat) से इस बार सबसे चर्चित सीटों में से एक है क्योंकि बीजेपी ने इस सीट से चाय की दुकान चलाने वाले संजय सूद को टिकट दिया है। इस बीच हिमाचल प्रदेश में स्वतंत्र और निष्पक्ष विधानसभा चुनाव कराने के लिये केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (CAPF) की 67 कंपनियों के 6,700 ज़वानों और 15 केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) की कंपनियों को तैनात किया गया है।
इसके अलावा 50 हजार सरकारी कर्मचारियों को पोलिंग ड्यूटी पर लगाया गया है। राज्य भर में 25,000 पुलिस अधिकारी भी तैनात हैं। राष्ट्रीय आपदा राहत बल (NDRF) और राज्य आपदा राहत बल (SDRF) की टीमों में 800 कर्मियों को भी तैनात किया गया है। साल 2017 में बीजेपी ने हिमाचल चुनावों में कुल 68 सीटों में से 44 सीटों पर जीत हासिल की, जबकि कांग्रेस सिर्फ 21 सीटें हासिल करने में कामयाब रही थी।