एजेंसियां/न्यूज डेस्क (शौर्य यादव): बीते शुक्रवार (18 नवंबर 2022) गाजा पट्टी (Gaza Strip) में एक जन्मदिन की पार्टी के दौरान अपार्टमेंट में आग लगने से एक ही परिवार के 17 लोग ज़िन्दा जल गये। मामले पर हमास (Hamas) के अधिकारियों ने कहा है कि जबालिया शरणार्थी शिविर (Jabaliya Refugee Camp) में एक तीन मंजिला आवासीय इमारत में आग लगने की वजह से वहां रखे हुए पेट्रोल में आग लग गयी, फिलहाल ये साफ नहीं हो पाया है कि पेट्रोल में आग कैसे लगी, फिलहाल घटना की जांच की जा रही है।
अधिकारियों ने मरने वालों की संख्या 21 बतायी है, जो कि हाल के सालों में इजरायल-फिलिस्तीनी संघर्ष (Israeli-Palestinian Conflict) से उपजी हिंसा से इतर है, ये गाजा में सबसे घातक घटनाओं में से एक है। आग ने इमारत की सबसे ऊपरी मंजिल को तबाह कर दिया, जो कि अबू राया परिवार का घर था।
मोहम्मद अबू राया (Mohammed Abu Raya) ने द एसोसिएटेड प्रेस को बताया कि पीड़ित परिवार अपने घर पर ज़श्न मना रहा था परिवार में एक बच्चे का जन्मदिन था और कुछ सदस्यों की मिस्र की यात्रा से वापसी का फंक्शन मनाया जा रहा था। अबू राया ने उत्तरी गाजा के इंडोनेशियाई अस्पताल में परिवार के मृत सदस्यों की लाशें वापस मिलने का इंतजार कर रहे थे, जिसके बाद मृतकों के जनाज़ा निकाले जाने की रस्म होने वाली थी।
अबू राया ने कहा कि- मौके पर पेट्रोल इकट्ठा किया गया था, आग एकाएक घर में रखे फर्नीचर में फैलती चली गयी। तेज उठती लपटों के बीच लोग जलते चले गये। इस आपदा की सच्चाई बताने के लिये कोई जिंदा नहीं बचा। मुझे नहीं लगता कि घर पर पेट्रोल घर पर स्टोर किया गया था।
अबू राया ने कहा कि मारे गये लोग अबू राया की तीन पीढ़ियों के लोग शामिल थे। मरने लोगों में पति-पत्नी, उनके पांच बेटे, दो बहुएं और आठ पोते शामिल। बाकी बचे पीड़ितों की पहचान नहीं हो पायी है। बाद में शुक्रवार को लाशों को दफनाने से पहले अस्पताल के मुर्दाघर से मस्जिद में ले जाया गया।
बता दे कि गाजा को गंभीर ऊर्जा संकट का सामना करना पड़ रहा है, जिसकी बड़ी वज़ह इजरायल-मिस्र सीमा नाकाबंदी (Israeli-Egyptian Border Blockade) है, जो कि 15 साल पहले इस्लामी आतंकी संगठन हमास की ओर से इलाके पर कब्जा करने के बाद से लगातार जारी है। लोग अक्सर सर्दियों की तैयारी के तौर पर घरों में रसोई गैस, डीजल और पेट्रोल जमा करके रखते हैं।