बिजनेस डेस्क (राजकुमार): दिग्गज कारोबारी रमेश चौहान ने आज (24 नवंबर 2022) कहा कि वो अपने पैकेज्ड वाटर बिजनेस बिसलेरी इंटरनेशनल के लिये खरीदार की तलाश कर रहे हैं और टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड (Tata Consumer Products Limited) समेत कई बड़े कारोबारी घराने लगातार उनके साथ बातचीत कर रहे हैं। हालांकि भारतीय पैकेज्ड पानी के कारोबारी रमेश चौहान ने इस रिपोर्ट का खंडन किया कि टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड (टीसीपीएल) के साथ 7,000 करोड़ रुपये के सौदे को अंतिम रूप दिया गया है।
ये पूछे जाने पर कि क्या वो अपना बिसलेरी व्यवसाय बेच रहे हैं, रमेश चौहान (Businessman Ramesh Chauhan) ने इसका हां में जवाब दिया। उन्होंने कहा कि ‘हां हम इसे बेच रहे हैं।’
हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि उनकी कारोबारी ग्रुप कई संभावित खरीदारों के साथ लगातार चर्चा कर रहा है। रिपोर्ट के बारे में पूछे जाने पर कि क्या वो टाटा ग्रुप (Tata Group) की फर्म को अपना कारोबार बेचने के लिये सहमत हो गये हैं, इस पर बिसलेरी इंटरनेशनल के अध्यक्ष चौहान ने कहा कि, “ये सही नहीं है … हम अभी भी चर्चा कर रहे हैं।”
बिसलेरी (Bisleri) के व्यवसाय और बिक्री के बारे में पूछे जाने पर उन्होनें ने कहा कि किसी को इसे संभालना होगा और इसे देखना होगा।
चौहान ने कहा कि उनकी बेटी जयंती को कारोबार संभालने में कोई दिलचस्पी नहीं है। बाद में एक मीडिया बयान में बिसलेरी अंतर्राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि “हम फिलहाल चर्चा के दौर से गुजर रहे हैं और फिलहाल आगे का खुलासा नहीं कर सकते।”
बता दे कि तीन दशक पहले चौहान ने अपना सॉफ्ट ड्रिंक बिजनेस अमेरिकी कंपनी द कोका-कोला कंपनी (The Coca-Cola Company) को बेच दिया था। उन्होंने साल 1993 में थम्स अप, गोल्ड स्पॉट, सिट्रा, माज़ा और लिम्का जैसे ब्रांडों को अटलांटा के मुख्यालय वाली कोका कोला फर्म में ट्रांसफर कर दिया।
इन ब्रांडों में से थम्स अप (Thumbs Up) पहले ही एक बिलियन डॉलर का ब्रांड बन चुका है और कोका-कोला को उम्मीद है कि फ्रूट ड्रिंक्स ब्रांड माज़ा भी 2024 तक एक बिलियन डॉलर का ब्रांड बन जायेगा। चौहान ने साल 2016 में “बिसलेरी पॉप” लॉन्च करके कोल्ड ड्रिंक सेगमेंट (Cold Drink Segment) में फिर से एंट्री की लेकिन उस जादू को फिर दोहराने में बिस्लेरी नाकाम रही जो कि उसने पहले किया था।
खबर लिखे जाने तक टाटा ग्रुप की एफएमसीजी यूनिट टीसीपीएल का मामले पर फिलहाल कोई बयान सामने नहीं आया है। टाटा समूह की फर्म टीसीपीएल सॉफ्ट ड्रिंक सेगमेंट में बड़ा खिलाड़ी बनने की मंशी रखती है, इसी के चलते उसने ही में कुछ अधिग्रहण किये हैं और लगातार पॉटेंशियल मार्केट में वो लगातार अपना विस्तार कर रही है।
अगर बिसलेरी के साथ टीसीपीएल की डील फाइनल हो जाती है, तो टाटा ग्रुप की ये फर्म काफी तेजी से ये खुद को बोतलबंद पानी सेगमेंट में लीडर बना लेगी। बता दे कि टीसीपीएल अपने ब्रांड हिमालयन के साथ बोतलबंद पानी सेगमेंट में पहले से मौजूद है, जो कि पैकेज्ड मिनरल वाटर बेचती है। इसके अलावा ये टाटा कॉपर प्लस वाटर और टाटा ग्लूको के साथ हाइड्रेशन सेगमेंट में भी मौजूद है।