न्यूज डेस्क (मातंगी निगम): Anti Halal Bill: कर्नाटक विधानसभा में पेश किये जाने वाले एक नये विधेयक को लेकर कांग्रेस पार्टी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का सामना करने के लिये तैयार है, प्रस्तावित विधेयक के अन्तर्गत सूबे में दुकानों और रेस्तरां में हलाल मांस (Halal Meat) की बिक्री और पर बैन लगाने की योजना है।
कर्नाटक विधानसभा (Karnataka Legislative Assembly) का शीतकालीन सत्र आज से शुरू हो गया है, और बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीएम बसवराज बोम्मई (CM Basavaraj Bommai) की अगुवाई वाली सरकार की ओर से पेश किये जा रहे इस नए विधेयक पर जोरदार बहस होने वाली है, जिसका मकसद कर्नाटक को हलाल-मुक्त बनाना है।
मामले पर बीजेपी एमएलसी एन रविकुमार (BJP MLC N Ravikumar) ने भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) के अलावा किसी अन्य संगठन की ओर से फूड सर्टिफिकेशन पर बैन लगाने की पहल की है, इसका साफ और सीधा मकसद राज्य में हलाल मांस की बिक्री पर रोक लगाना है।
भाजपा विधायक की ओर से पेश किये जाने वाले हलाल विरोधी बिल को लेकर समुदायों और राजनीतिक दलों के तय हंगामे को देखते हुए कर्नाटक विधानसभा में सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद कर गयी है, इस बड़ा वर्ग इसे मुस्लिम विरोधी बिल बता रहा है।
बता दे कि इस साल की शुरुआत में हलाल मांस के मुद्दे पर कर्नाटक में काफी अशांति फैल गयी थी, जहां कई हिंदू और हिंदुत्ववादी संगठनों ने नवरात्रि और उगादी (Navratri and Ugadi) त्यौहारों के दौरान हलाल मांस परोसने वाले रेस्तरां का पूर्ण बहिष्कार करने का आह्वान किया था।
कर्नाटक में हलाल विरोधी बिल राज्य में हलाल मांस की बिक्री के लिये सरकारी प्रमाण पत्र प्राप्त करने से बहुत सारे निजी आउटलेट को रोक लगा देगा, जिससे कई समुदायों को गुस्सा आने और बड़ा हंगामा होने की उम्मीद है।
बीजेपी विधायक अरविंद बेलाड (BJP MLA Arvind Belad) ने कर्नाटक में एंटी-हलाल बिल का समर्थन किया और कहा कि, “कांग्रेस जो चाहे कह सकती है, लेकिन देश के ज्यादातर लोग हलाल में विश्वास नहीं करते हैं।
बीजेपी विधायक रविकुमार ने पहले कहा था कि वो मुस्लिम संगठनों को रेस्तरां और कसाई की दुकानों को हलाल सर्टिफिकेट जारी करने से रोकने के मकसद से बिल पेश करेंगे। ये बिल सिर्फ कर्नाटक में ही मान्य FSSAI प्रमाणपत्रों पर लागू होगा।