न्यूज डेस्क (शाश्वत अहीर): उत्तर प्रदेश सरकार (UP Govt.) ने सालाना 84-कोसी परिक्रमा तीर्थ यात्रा के मार्ग के साथ-साथ एक नया 240 किलोमीटर का गलियारा विकसित करने की योजना बनायी है। ये कॉरिडोर यूपी के 5 जिलों में 21 धार्मिक स्थलों को कवर करेगा।
यूपी में सीएम योगी आदित्यनाथ सरकार की ओर से प्रस्तावित कॉरिडोर को श्रीराम अवतरण कॉरिडोर (Shri Ram Avatran Corridor) कहा जायेगा। ये अयोध्या, बस्ती, बाराबंकी, अंबेडकर नगर और गोंडा जिलों (Ambedkar Nagar and Gonda districts) से होकर गुजरेगी। धार्मिक स्थलों को कवर करते हुए इसमें यातायात योजना शामिल की जायेगी ताकि तीर्थयात्री रास्ते में प्रमुख मंदिरों के दर्शन आसानी से कर सकें।
प्रस्तावित कॉरिडोर बस्ती के मखौधा धाम (Makhoudha Dham) से शुरू होगा। मखौड़ा धाम वार्षिक 84-कोसी परिक्रमा तीर्थ यात्रा का प्रारंभिक बिंदु भी है। अयोध्या (Ayodhya) में समाप्त होने वाली 84-कोसी परिक्रमा प्रत्येक वर्ष अप्रैल में शुरू होती है और भक्त पांच जिलों में 21 पूजा स्थलों की यात्रा करते हैं। कॉरिडोर से पांच जिलों के समग्र विकास को गति मिलने और स्थानीय लोगों के लिये रोजगार सृजित होने की उम्मीद है।
इसके अलावा भारत सरकार कॉरिडोर में कवर किये गये पांच जिलों में प्रमुख धार्मिक स्थलों का नवीनीकरण करने की भी योजना बना रही है। इनमें मखौदा धाम (बस्ती), श्रवण क्षेत्र (अंबेडकर नगर), दुलवाघाट (गोंडा), और बाबा नर हरि दास आश्रम (गोंडा) जैसे प्रमुख मंदिर शामिल हैं।
अयोध्या मास्टर प्लान (Ayodhya Master Plan) 2031 को 84 कोसी परिक्रमा की सीमाओं तक भी बढ़ाया जायेगा। इस प्रस्ताव को सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने पहले ही मंजूरी दे दी है।