नई दिल्ली (देवव्रत उपाध्याय): BBC Documentary Controversy: जेएनयू और जामिया मिलिया इस्लामिया में बीबीसी की विवादित डॉक्यूमेंट्री दिखाये जाने के बाद कुछ छात्र समूह दिल्ली विश्वविद्यालय और अंबेडकर विश्वविद्यालय में ये डॉक्यूमेंट्री दिखाये जाने की वकालत कर रहे हैं। डीयू की प्रॉक्टर रजनी अब्बी (DU Proctor Rajni Abbi) ने आज (27 जनवरी 2023) कहा कि विश्वविद्यालय स्क्रीनिंग इस को मंजूरी नहीं देगा क्योंकि छात्रों समूहों ने इसके लिये अनुमति नहीं मांगी थी।
अब्बी ने आगे कहा कि, “हमने इस मामले में दिल्ली पुलिस (Delhi Police) को लिखा है। वो कार्रवाई करेंगे। पुलिस की उचित तैनाती की जायेगी। हम इस तरह की स्क्रीनिंग की मंजरी नहीं दे सकते। हमें जानकारी मिली है कि एनएसयूआई (NSUI) आर्ट फैकल्टी में इस डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग की योजना बना रहे है… इसके लिये कोई अनुमति नहीं मांगी गयी है। हम इस तरह के व्यवहार को इजाजत नहीं देंगे।”
भारतीय राष्ट्रीय छात्र संघ (NSUI) जो कि कांग्रेस पार्टी से जुड़ा है, ने ऐलान किया कि वो साल 2002 के गोधरा दंगों के बारे में बनी डॉक्यूमेंट्री को शाम 4 बजे प्रदर्शित करेगा। नॉर्थ कैंपस (North Campus) में भीम आर्मी स्टूडेंट फेडरेशन (Bhim Army Student Federation) ने ऐलान किया है कि वो फिल्म को शाम 5 बजे प्रदर्शित करेगा, डीयू में आर्ट फैकल्टी (Faculty of Arts in DU) के बाहर।
दिल्ली पुलिस के पुलिस अधिकारी के मुताबिक, “विश्वविद्यालय के आसपास के समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिये विश्वविद्यालय के पास पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित होगी। हम ये सुनिश्चित करेंगे कि पुलिस कर्मियों, अर्धसैनिक बलों और गश्ती कर्मचारियों की तैनाती से कानून व्यवस्था बनी रहे। मौके की वीडियोग्राफी भी की जायेगी और हम पूरे इलाके की वीडियोग्राफी के लिये ड्रोन का भी इस्तेमाल करेंगे। हालांकि हम दिल्ली विश्वविद्यालय परिसर में सड़कों पर कोई स्क्रीनिंग नहीं करने के लिये छात्रों को मनाने के लिये सभी प्रयास कर रहे हैं। हम ये सुनिश्चित करेंगे कि कानून और व्यवस्था बनी रहे और इसे लेकर पर्याप्त उपाय किये गये हैं।”
स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI- Students Federation of India) ने कश्मीरी गेट (Kashmiri Gate) के पास दिल्ली सरकार (Delhi Government) की ओर से संचालित अंबेडकर विश्वविद्यालय में दोपहर 1 बजे डॉक्यूमेंट्री दिखाने की मांग की है। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU- Jawaharlal Nehru University) और जामिया मिलिया इस्लामिया (JMI- Jamia Millia Islamia) में इस हफ्ते की शुरुआत में फिल्म चलाने के अनुरोध के जवाब में भड़की हिंसा की निंदा करने के लिये वामपंथी झुकाव वाले ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (AISA-All India Students Association) की ओर से एक सभा आयोजित की जायेगी।
यूनिवर्सिटी के एक प्रतिनिधि ने बताया कि उन्हें समाचार कवरेज के जरिये विवादित स्क्रीनिंग के बारे में पता चला। अधिकारी के मुताबिक मंजूरी के लिये कभी कोई अनुरोध नहीं किया।
विदेश मंत्रालय ने डॉक्यूमेंट्री “इंडिया: द मोदी क्वेश्चन” की प्रोपेगेंडा पीस के तौर पर निंदा की है, जिसमें निष्पक्षता का अभाव है और ये औपनिवेशिक रवैया प्रदर्शित करता है। मोदी सरकार ने हाल ही में सोशल मीडिया नेटवर्क को फिल्म के लिंक पर प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया है।
जामिया मिलिया इस्लामिया में बुधवार (25 जनवरी 2023) को उस वक्त हंगामे का केंद्र बन गया, जब एसएफआई की डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग आयोजित करने की योजना को विश्वविद्यालय प्रशासन और पुलिस ने नाकाम कर दिया। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में भी मंगलवार (24 जनवरी 2023) को फिल्म की स्क्रीनिंग को लेकर हंगामा और विरोध देखा गया।