Parliament में नहीं उठेगा चीनी घुसपैठ की मुद्दा, सरकार ने कहा देश की सुरक्षा से जुड़ा है मसला

नई दिल्ली (विश्वरूप प्रियदर्शी): केंद्र सरकार ने आज (30 जनवरी 2023) कहा कि चीनी घुसपैठ के मामले पर संसद (Parliament) में चर्चा नहीं की जा सकती क्योंकि ये देश की सुरक्षा से जुड़ा मुद्दा है। सूत्रों के मुताबिक आज हुई सर्वदलीय बैठक (All Party Meet) में मायावती (Mayawati) की अगुवाई वाली बहुजन समाज पार्टी (BSP- Bahujan Samaj Party) ने चीनी घुसपैठ (Chinese Intrusion) का मुद्दा उठाया और संसद में चर्चा की मांग की। सूत्र ने कहा कि “इस पर सरकार ने ये कहते हुए जवाब दिया कि कुछ मामलों पर सदन के पटल पर चर्चा नहीं की जा सकती क्योंकि ये देश की सुरक्षा से जुड़ा मसला है।”

हालांकि पत्रकारों से बात करते हुए केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी (Union Parliamentary Affairs Minister Prahlad Joshi) ने कहा कि सरकार सभी मुद्दों पर चर्चा के लिये तैयार है। उन्होंने कहा कि, “27 दलों के 37 नेताओं ने आज सर्वदलीय बैठक में हिस्सा लिया। आज की बैठक अच्छी रही। मैं सदन को अच्छी तरह से चलाने के लिये विपक्ष का सहयोग चाहता हूं। हम सभी मुद्दों पर चर्चा करने के लिये तैयार हैं।”

बैठक के बाद बीजद सांसद सस्मित पात्रा (BJD MP Sasmit Patra) ने कहा कि, “इस सत्र में बीजद के लिये महिला आरक्षण विधेयक प्राथमिकता होने जा रहा है। हम विधेयक को पारित करने पर जोर दे रहे हैं। विधेयक को पारित कराने के लिये केंद्र सरकार पर दबाव बनाने के लिये हम समान विचारधारा वाले दलों के साथ भी आम सहमति बनायेगें।”

कई विपक्षी दलों ने उद्योगपति गौतम अडानी (Industrialist Gautam Adani) से जुड़े हाल के शेयर बाजार मामले समेत अहम मुद्दों को उठाया। सांसदों ने सरकार से इस मामले पर चर्चा करने के लिये कहा क्योंकि ये देश की अर्थव्यवस्था से जुड़ा मामला है। संसद भवन परिसर में आयोजित इस बैठक में सदन के उपनेता राजनाथ सिंह, संसदीय मामलों के मंत्री प्रह्लाद जोशी, सदन के नेता पीयूष गोयल, संसदीय मामलों के राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल और वी मुरलीधरन (Arjun Ram Meghwal and V Muraleedharan) मौजूद थे।

डीएमके नेता, टीआर, बालू, टीएमसी नेताओं, सुदीप बंद्योपाध्याय और सुखेंदु शेखर रे, टीआरएस नेताओं के केशव राव और नामा नागेश्वर राव समेत विपक्षी दलों के सभी आला नेता मौके पर मौजूद थे। विपक्षी पार्टी के अन्य नेताओं में वाईएसआर कांग्रेस के विजयसाई रेड्डी, नेशनल कॉन्फ्रेंस के फारूक अब्दुल्ला, राजद के प्रोफेसर मनोज झा, जदयू के राम नाथ ठाकुर और शिवसेना (उद्धव ठाकरे) की अगुवाई प्रियंका चतुर्वेदी ने की।

हालांकि कांग्रेस के नेता बैठक में नदारद दिखे। सरकारी सूत्रों के मुताबि बता दे कि जो संसद के प्रत्येक सत्र की शुरुआत से पहले सर्वदलीय बैठक होती है। इस बैठक के दौरान सरकार सत्र के दौरान संसद के दोनों सदनों के सुचारू कामकाज को सुनिश्चित करने के लिये सभी राजनीतिक दलों से सहयोग मांगती है।

गौरतलब है कि संसद का बजट सत्र 31 जनवरी को संसद के सेंट्रल हॉल में लोकसभा और राज्यसभा दोनों की संयुक्त बैठक में राष्ट्रपति के अभिभाषण के साथ शुरू होगा। सत्र के पहले दिन दोनों सदनों में आर्थिक सर्वेक्षण भी पेश किया जायेगा। केंद्रीय बजट 2023-24 1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण लोकसभा में पेश करेंगी। बाद में बजट राज्यसभा में पेश किया जायेगा।

गुरुवार (30 जनवरी 2023) से दोनों सदनों में राष्ट्रपति के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा होगी, जिसके बाद पीएम नरेंद्र मोदी लोकसभा और राज्यसभा दोनों में जवाब देंगे। बजट सत्र का ये हिस्सा 13 फरवरी तक चलेगा।

बजट सत्र का दूसरा हिस्सा 13 मार्च को अवकाश के बाद शुरू होगा और ये 6 अप्रैल तक चलेगा, इस दौरान विभिन्न मंत्रालयों की अनुदान मांगों पर चर्चा होगी और केंद्रीय बजट पारित किया जायेगा। इस अवधि के दौरान अन्य विधायी कामकाज से जुड़े कदम भी सरकार की ओर से उठाये जायेगें।

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