एजेंसियां/न्यूज डेस्क (विश्वरूप प्रियदर्शी): Peshawar Blast: पेशावर की पुलिस लाइन में मस्जिद को निशाना बनाकर सोमवार (30 जनवरी 2023) को किये गये बम धमाके में मरने वालों की तादाद बढ़कर 87 हो गयी है। इस आत्मघाती हमले की जिम्मेदारी प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (Tehreek-e-Taliban Pakistan- TTP) ने ली है। ये बम धमाका दोपहर का नमाज ‘जुहर’ के दौरान हुआ। पाकिस्तान में अब तक के सबसे बड़े हमलों में शामिल इस हमले में मरने वालों की तादाद का खुलासा आज (31 जनवरी 2023) अस्पताल के अधिकारियों ने किया।
अस्पताल के अधिकारी मोहम्मद असीम ने कहा कि धमाके में 87 लोगों की मौत हो गयी है, अन्य 57 की हालत गंभीर है, जिनका इलाज चल रहा है। ये हमला उत्तर-पश्चिमी पेशावर शहर के सबसे चाकचौबंद इलाकों में से एक में हुई, इस इलाकों में पुलिस और आतंकवाद विरोधी विभागों के कार्यालय और अधिकारियों के आवास हैं। ये अभी भी जांच के दायरे में है कि आतंकवादियों ने कैसे संवेदनशील इलाके में घुसपैठ की। जिस इलाके में धमाका हुआ वहां पहुँचने के लिये आंतकियों को कम से कम दो चेक पोस्ट पार करनी पड़ी।
मामले पर पाकिस्तान पुलिस ने कहा कि आत्मघाती हमलावर ने खुद को नमाज के दौरान नमाज़ियों की पहली लाइन में रखा था। मारे गये लोगों में इमाम साहिबजादा नूर उल अमीन (Imam Sahibzada Noor ul Ameen) भी शामिल हैं। धमाके में कई लोग मलबे के नीचे फंस गये थे और रात के दौरान शुरू हुए बचाव अभियान में नौ लोगों की लाशें बाहर निकाली गयी। इस ताकतवर धमाके में मस्जिद की इमारत को खासा नुकसान पहुंचा। धमाके में मस्जिद की छत और दीवार भी गिर गयी।
एएफपी ने बचाव संगठन 1122 के प्रवक्ता बिलाल अहमद फैजी (Bilal Ahmed Faizi) के हवाले से कहा कि आज ढही हुई छत के आखिरी हिस्से को हटा दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि, “आज सुबह हम ढही हुई छत के आखिरी हिस्से को हटाने जा रहे हैं ताकि हम और लाशें बरामद कर सकें, लेकिन हमें किसी के जिंदा बचने की उम्मीद नहीं है।”
इस बीच मारे गये कम से कम 20 पुलिस अधिकारियों को नमाज-ए-जनाजा (Namaz-e-Janaza) के बाद सम्मान के साथ सुपुर्दे खाक कर दिया गया, उनके ताबूतों को पाकिस्तानी झंडे में लपेटा गया।