बिजनेस डेस्क (राजकुमार): भारतीय रेलवे (Indian Railways) ने देश में हाई-स्पीड ट्रेनों के निर्माण में दिग्गज स्टील निर्माता कंपनी टाटा स्टील (Tata Steel) को अपने साथ जोड़ा है। रेलवे ने कंपनी को स्वदेशी सेमी-हाई स्पीड ट्रेन के कोच और सीट बनाने का करोड़ों का ठेका दिया है। रेलवे ने अगले दो सालों के लिये 200 वंदे भारत ट्रेनों के बनाने का टारगेट रखा है और तेजी से वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन (Vande Bharat Express Train) बना भी रहा है। भारतीय रेलवे ने कई योजनाओं को पूरा करने के लिये टाटा स्टील के साथ करार किया है।
टाटा स्टील वंदे भारत एक्सप्रेस में फर्स्ट एसी से लेकर थ्री-टियर तक की सीटें बनायेगी। ट्रेन के लिये एलएचबी कोच (LHB Coach) बनाने का ठेका भी कंपनी को दिया गया है। इसके साथ ही कंपनी ट्रेन पैनल, विंडो और रेलवे स्ट्रक्चर तैयार करेगी। टाटा स्टील के पास वंदे भारत एक्सप्रेस में सीटिंग सिस्टम बल्क ऑर्डर 16 कोच और 22 ट्रेन सेट के लिये है।
भारतीय रेलवे से करार के बारे में टाटा स्टील के वाइस प्रेसिडेंट देवाशीष भट्टाचार्य (Devashish Bhattacharya, Vice President, Tata Steel) ने कहा कि- “इस ट्रेन की सीट को इस तरह से बनाया गया है कि ये 180 डिग्री तक घूम सकती है और इसमें विमान जैसी यात्री सुविधायें हैं। ये पहली ऐसी ट्रेन होगी जिसमें 180 डिग्री घूमने वाली कुर्सियां लगी होंगी। फिलहाल भारतीय रेलवे ने योजना के तहत ट्रेन के पुर्जे बनाने के लिये एक बहुराष्ट्रीय स्टील कंपनी को करीब 145 करोड़ रुपये का टेंडर दिया है, जिसे 12 महीने में पूरा किया जायेगा। टाटा स्टील ने भी इस प्रोजेक्ट पर काम करना शुरू कर दिया है।
रेल मंत्रालय (Ministry of Railways) साल 2024 की पहली तिमाही तक वंदे भारत की पहली स्लीपर ट्रेन चलाने का लक्ष्य तय कर रखा है। हाई-स्पीड ट्रेनों को बनाने में टाटा स्टील को शामिल करने से पुख्ता तौर पर परियोजना में नये इनोवेशन आयेगें और इस साझेदारी से भारतीय रेल क्षेत्र को नया आयाम मिलने के साथ ही तेज रफ्तार भी मिलेगी।