न्यूज डेस्क (प्रियंवदा गोप): ‘वारिस पंजाब दे’ प्रमुख और खालिस्तान समर्थक नेता अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) का एक नया वीडियो में सामना आया है। जिसमें उसने कहा है कि वो भगोड़ा नहीं है और जल्द ही वो दुनिया के सामने आयेगा। सामने आये वीडियो में अमृतपाल सिंह ने कहा कि- “मैंने कल एक वीडियो अपलोड किया था। ये लोगों को संबोधित था। जनता को लगता है कि शायद वीडियो पुलिस हिरासत में बनाया गया था क्योंकि मैं बात करते हुए उस वीडियो में इधर-उधर देख रहा था। आप पहले के अन्य वीडियो देख सकते हैं”
अमृतपाल सिंह ने कहा कि जो लोग सोचते हैं कि वो भाग गया है या दोस्तों को छोड़ दिया है, वो इस बात को अपने दिमाग से निकाल दें।
बता दे कि पंजाब पुलिस (Punjab Police) की ओर से भगोड़ा घोषित किये गये खालिस्तान (Khalistan) समर्थक नेता ने कहा कि किसी को ये आशंका नहीं होनी चाहिये कि वो अपने लोगों को छोड़कर भाग गया है। उसने कहा कि, “जल्द ही मैं दुनिया के सामने पेश होऊंगा। मैं उस तरह का शख्स नहीं हूं जो विदेश जाकर वीडियो डालेगा।”
उन्होंने लोगों से सिख समुदाय (Sikh Community) के सामने मुद्दों पर चर्चा करने के लिये बैसाखी (Baisakhi) पर बड़ी सभा के लिये संदेश फैलाने की गुज़ारिश की। उसने आगे कहा कि- “कई लोगों ने कहा था कि मैंने अपने बाल कटवा लिये हैं। बाल कटवाने से पहले मैं अपना सिर कटवा लूंगा।’ सरकार को जो करना है वो करे, मैं डरने वाला नहीं हूँ। मैं गिरफ्तारी से नहीं डरता। ना ही मैंने गिरफ्तारी के लिये कोई शर्त रखी है।”
बता दे कि हाल ही में इस वीडियो से पहले अमृतपाल ने एक और वीडियो इससे ठीक एक दिन पहले जारी किया था, जिसमें उसने सिख संगत से कहा था कि अगर वो पंजाब को बचाना चाहते है तो उन्हें एक साथ आना होगा। उस कथित वीडियो में उसने कहा था कि “मैं बिल्कुल ठीक हूं और मुझे कोई भी नुकसान नहीं पहुंचा सकता। जहां तक गिरफ्तारी का सवाल है, ये गुरु के हाथ में है। मैं सिख संगत से गुज़ारिश करता हूं कि अगर वो पंजाब को बचाना चाहते हैं तो सरबत खालसा अभियान में शामिल हों। मैं सभी सिख संगत का आभारी हूं, जिन्होंने मेरे खिलाफ की गयी कार्रवाई का विरोध किया।”
खालिस्तान समर्थक नेता ने आगे आरोप लगाया कि उनके कई समर्थकों को असम जेल भेज दिया गया है। गौरतलब है कि अमृतपाल बीते 18 मार्च से फरार है, जिस दिन पंजाब पुलिस ने उसकी तलाशी शुरू की थी। करीब तीन हफ्ते पहले अमृतपाल के समर्थकों ने 23 फरवरी को अमृतसर (Amritsar) में अजनाला पुलिस स्टेशन (Ajnala Police Station) पर धावा बोल दिया था और अपने करीबी सहयोगी लवप्रीत तूफान (Lovepreet Toofan) की रिहाई की मांग की थी।