नई दिल्ली (आदर्श शुक्ला): कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और अविभाजित आंध्र प्रदेश के आखिरी मुख्यमंत्री एन किरण कुमार रेड्डी ने एक बार फिर कांग्रेस छोड़ दी और भाजपा (BJP) में शामिल हो गये। उन्होंने बीते गुरुवार (6 अप्रैल 2023) को दिल्ली जाकर भाजपा के शीर्ष नेताओं से बातचीत की। वो केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी और तेलंगाना (Telangana) के भाजपा सांसद डॉ लक्ष्मण के अलावा अन्य वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में भाजपा में शामिल हुए।
बता दे कि ये दूसरी बार था जब किरण कुमार रेड्डी (Kiran Kumar Reddy) ने कांग्रेस छोड़ी। पहली बार उन्होंने पद छोड़ा था, जब साल 2014 में सूबे का बंटवारा हुआ था। उन्होंने जय समैक्य आंध्र पार्टी (Jai Samaikya Andhra Party) नाम से क्षेत्रीय पार्टी बनाई और साल 2014 के आम चुनावों में नाकाम रहे।
बाद में साल 2019 के आम चुनाव के बाद वो कांग्रेस में लौट आए। हालाँकि उन्होंने पार्टी के किसी भी कार्यक्रम में सक्रिय तौर पर हिस्सा नहीं लिया। ये कहा गया कि किरण कुमार रेड्डी कांग्रेस में एक फिर राष्ट्रीय स्तर का पद चाहते थे, जिसे उनकी चुप्पी की वज़ह से नामंजूर कर दिया गया था।
भाजपा में शामिल होने के बाद किरण कुमार रेड्डी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह का कॉम्बिनेशन देश के लिए अच्छा काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि वो इस कॉम्बिनेशन से खासा प्रभावित हुए और पार्टी में शामिल हुए।
उन्होंने राज्य नेतृत्व को गंभीरता से नहीं लेने के लिए कांग्रेस की आलोचना की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस आलाकमान ने कई गलत फैसले लिये जिससे कई राज्यों में पार्टी की करारी हार हुई। कांग्रेस आलाकमान जमीनी हकीकत को नहीं समझता है और सिर्फ राज्य स्तर के नेताओं को आंख बंद करके आदेश देने में विश्वास करता है।
कांग्रेस नेतृत्व के अड़ियल रवैये के बारे में बात करते हुए किरण कुमार रेड्डी ने एक कहावत का हवाला दिया, “मेरे राजा बहुत बुद्धिमान हैं, वो अपने बारे में नहीं सोचते, किसी की सलाह नहीं सुनते।” उन्होंने कहा कि कांग्रेस आलाकमान भी समझदार है और खुद कुछ नहीं सोचता और किसी भी राज्य के नेता की नहीं सुनता।
हालांकि पूर्व मुख्यमंत्री ने पार्टी में शामिल होने के बाद अभी तक अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात नहीं की है।