न्यूज डेस्क (समरजीत अधिकारी): कांग्रेस ने कर्नाटक (Karnataka) में सत्ता में आने के लिये एक साथ आने वाले कई समुदायों के बीच संतुलन बनाने का प्रयास किया। कुरुबा गौड़ा समुदाय (Kuruba Gowda Community) से आने वाले सिद्धारमैया को सूबे के मुख्यमंत्री के रूप में चुना गया, जबकि वोक्कालिगा समुदाय (Vokkaliga Community) के डीके शिवकुमार उप मुख्यमंत्री हैं।
खास बात ये रही कि कांग्रेस ने एक भी दलित नेता को उपमुख्यमंत्री पद नहीं दिया, उसने अपनी 8 मंत्रियों की पहली लिस्ट में अनुसूचित जाति के तीन और अनुसूचित जनजाति के एक मंत्री को जगह दी। सूबे में सियासी तौर पर ताकतवर लिंगायत समुदाय (Lingayat Community), जो कि भाजपा कैबिनेट में भी हावी था, को एक मंत्री पद मिला है। कैबिनेट में कांग्रेस के कर्नाटक प्रमुख शिवकुमार के अलावा कोई अन्य वोक्कालिगा नेता नहीं है।
सिद्धारमैया कैबिनेट में ये होगें मंत्री
डॉ जी परमेश्वर: इस बड़े दलित नेता ने उपमुख्यमंत्री पद के लिये अपना मजबूत दावा पेश किया था और कांग्रेस को प्रतिक्रिया देने से पहले ही डॉ जी परमेश्वर (Dr G Parameshwara) ने समुदाय की मांग को पहचानने और मानने की भी चेतावनी भी दी थी।
केएच मुनियप्पा: पूर्व केंद्रीय मंत्री मुनियप्पा अनुसूचित जाति मडिगा समुदाय (Madiga Community) से आते हैं, उन्होंने दलित सीएम और डिप्टी सीएम के लिये पैरवी की थी। बता दे कि 10 मई के चुनाव से पहले केएच मुनियप्पा (KH Muniyappa) के दल बदलने और भाजपा में शामिल होने की अफवाहें जोरों पर थी।
प्रियांक एम. खड़गे: कर्नाटक के पूर्व आईटी मंत्री और एआईसीसी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) के बेटे को भी कैबिनेट में शामिल किया गया है। सूत्रों के मुताबिक चुनावी रणनीति और प्रचार में मल्लिकार्जुन खड़गे की अहम भूमिका के लिये पार्टी की ओर से प्रियांक एम. खड़गे (Priyank M. Kharge) की कैबिनेट में शामिल किया गया।
सतीश जारकीहोली: उत्तरी कर्नाटक में कांग्रेस के पावर हाउस, उत्पीड़ित वर्गों और ओबीसी समुदायों के बड़े नेता, सतीश जारकीहोली (Satish Jarkiholi) हिंदू धर्म में फैले अंधविश्वासों को लेकर काफी मुखर रहे हैं। वो कर्नाटक भाजपा के ताकतवर नेता रमेश जारकीहोली (Ramesh Jarkiholi) के भाई हैं।
एम.बी. पाटिल: सिद्धारमैया कैबिनेट में लिंगायत मंत्री उत्तर कर्नाटक के सबसे बड़े नेताओं में से एक हैं। उन्हें सीएम पद के लिये काफी मजबूत दावेदार के तौर पर देखा जा रहा था।
रामलिंगा रेड्डी: रेड्डी समुदाय (Reddy Community) के वरिष्ठतम इस कांग्रेसी नेता ने भी उपमुख्यमंत्री पद के लिये अपना दावा पेश किया था।
बीजेड ज़मीर अहमद खान: कर्नाटक कैबिनेट में ये बड़े मुस्लिम चेहरे है, बीजेड ज़मीर अहमद खान (BZ Zameer Ahmed Khan) सिद्धारमैया के कट्टर समर्थक और बेंगलुरु के बड़े जननेता है।
के.जे. जॉर्ज: कर्नाटक के मुख्यमंत्री के तौर पर सिद्धारमैया के पिछले कार्यकाल के दौरान के.जे. जॉर्ज (KJ George) गृह मंत्री थे।