नई दिल्ली (शोभित शर्मा): वायरस का बढ़ता इन्फेक्शन तेजी से दुनिया भर में पांव पसार चुका है। ऐसे में केंद्र और राज्य सरकारें लोगों को लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग बरतने का निर्देश लगातार दे रही हैं। हालांकि अभी तक ये जंग इंसान और विज्ञान के बीच में चल रही थी। मगर इन दिनों सुनने में आ रहा है कि, अब कोरोना जानवरों पर भी अपना असर दिखाने लगा है। ख़बरों की माने तो केरल के कासरगोड ज़िला अस्पताल में बनाये गये कोविड-19 वॉर्ड से पकड़ी गई पांच बिल्लियों की मौत ने वहां के मरीजों को ही नहीं बल्कि प्रशासन को भी हिला के रख दिया है।
आमतौर पर देखा जाए बिल्लियों का यूं अचानक मरना किसी को इतना परेशान नहीं करता लेकिन जब देश और दुनिया वायरस इन्फेक्शन के बढ़ते खतरे से लड़ रहे हों और इस बीच कोविड-19 वॉर्ड से पकड़ी गई बिल्लियों की मौत हो जाए, तो ये डॉक्टर्स और प्रशासन के लिए कई बड़े सवाल खड़े करता है। बढ़ते संक्रमण के खतरे के मद्देनज़र ये काफी गंभीर मसला है। मामले को ध्यान में रखते हुए पशुपालन विभाग द्वारा इन बिल्लियों के अहम अंगों को विस्तृत जांच के लिए तिरुवनंतपुरम के राज्य पशु रोग केंद्र संस्थान भेजा गया है।
अधिकारियों के मुताबिक शुरुआती जांच रिपोर्ट में बिल्लियों में कोरोना संक्रमण नहीं पाया गया है। फिलहाल विशेषज्ञों का कहना है कि शायद इन्हें जहां रखा गया था। वहां ठीक ढंग से हवा नहीं थी, जिसकी वजह से इनकी मौत हुई। बिल्लियों का पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टर टीटो जोसेफ के मुताबिक इन दिनों कोरोना वायरस का डर है, ऐसे में कोई भी चांस नहीं ले सकते, इसलिए पोस्टमॉर्टम किया गया। शुरुआती जांच के दौरान कोरोना वायरस के लक्षण नहीं मिले हैं। अगर जरूरत पड़ी तो जांच के लिए इनके सैंपल भोपाल स्थित राष्ट्रीय लैब भी भेजे जा सकते हैं। बिल्लियों को कोविड-19 वार्ड में घूमते हुए पाया गया और उन्हें 28 मार्च को पकड़ लिया गया था।