न्यूज डेस्क (दिगान्त बरूआ): Manipur Ethnic Violence: आज (24 जून 2023) मैतेई दंगाईयों की भीड़ ने इम्फाल (Imphal) पूर्वी जिले के चिंगारेल (Chiggerel) में मणिपुर के मंत्री एल सुसिंद्रो (El Susindro) के निजी गोदाम में आग लगा दी, जिससे वो जलकर राख हो गया। शुक्रवार की रात उपभोक्ता एवं खाद्य मामलों के मंत्री की एक अन्य संपत्ति और उसी जिले के खुरई स्थित उनके आवास को भी जलाने की कोशिश की गयी, लेकिन वक्त रहते दखल देने से आगजनी को रोक दिया गया।
मणिपुर पुलिस (Manipur Police) ने बताया कि भीड़ को उनके खुरई (Khurai) आवास का घेराव करने से रोकने के लिये सुरक्षा बलों ने आधी रात तक कई राउंड आंसू गैस के गोले दागे। घटना में किसी के हताहत होने की कोई जानकारी सामने नहीं आ रही है। इससे पहले इंफाल पश्चिम जिले के लाम्फेल इलाके में राज्य की महिला मंत्री नेमचा किपगेन (Nemcha Kipgen) के आधिकारिक निवास में 14 जून की रात को अज्ञात लोगों ने आग लगा दी थी। केंद्रीय मंत्री आरके रंजन सिंह (Union Minister RK Ranjan Singh) के घर पर हमला किया गया था और जलाने की कोशिश की गयी थी, उनका घर अगले दिन आग लगाकर गिरा दिया।
बता दे कि पूर्वोत्तर राज्य में मैतेई और कुकी समुदायों के बीच जातीय हिंसा में अब तक 100 से ज्यादा लोगों की जान चली गयी और बड़ी संख्या में घरों को आग लगा दी गयी है, जिससे कई लोग बेघर हो गये हैं। मैतेई समुदाय की अनुसूचित जनजाति (एसटी) दर्जे की मांग के विरोध में पहाड़ी जिलों में ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ आयोजित किये जाने के बाद 3 मई को पहली बार झड़पों का दौर सामने आया था।
मणिपुर की आबादी में मैतेई लोगों की तादाद लगभग 53 फीसदी है और वो ज्यादातर इम्फाल घाटी में रहते हैं। आदिवासी समुदाय में नागा और कुकी मिलकर मणिपुर की जनसंख्या का 40 फीसदी हिस्सा कवर करते है और ये लोग ज़्यादातर पहाड़ी जिलों में रहते हैं।