Assam Flood: बदतर हुए बाढ़ के हालात, 16 जिलों के करीब 15 लाख लोग संकट में

न्यूज डेस्क (यामिनी गजपति): Assam Flood: असम में बाढ़ के हालात अभी भी गंभीर बने हुए है क्योंकि 19 जिलों के लगभग 4.89 लाख लोग इसकी सीधी मार झेल रहे हैं। पिछले 24 घंटों में नलबाड़ी जिले (Nalbari District) में एक शख़्स बाढ़ के पानी में डूब गया, जिससे बाढ़ में मरने वालों की तादाद दो हो गयी।

असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) की बाढ़ रिपोर्ट के मुताबिक, अकेले बजाली जिले में लगभग 2.67 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं, इसके बाद नलबाड़ी में 80,061 लोग, बारपेटा (Barpeta) में 73,233 लोग, लखीमपुर में 22,577 लोग, दर्रांग में 14,583 लोग, तामुलपुर (तामुलपुर) में 14180 लोग, बक्सा में 7,282 लोग और गोलपारा (Goalpara) जिले में 4,750 लोग बाढ़ के कहर से प्रभावित हुए हैं। बाढ़ के पानी से 10782.80 हेक्टेयर फसली ज़मीन पूरी तरह पानी में डूब गई है।

बजली, बक्सा, बारपेटा, बिश्वनाथ, बोंगाईगांव, चिरांग, दरांग, धेमाजी, धुबरी, डिब्रूगढ़, गोलपारा, गोलाघाट, कामरूप, कोकराझार (Kokrajhar), लखीमपुर, नागांव, नलबाड़ी, तामुलपुर और उदलगुरी जिले के 54 राजस्व मंडलों के तहत 1,538 गांव इस बाढ़ से प्रभावित हुए हैं।

मूसलाधार बारिश के बाद ब्रह्मपुत्र नदी (Brahmaputra River) का जल स्तर काफी बढ़ गया है जोरहाट जिले के नेमाटीघाट और धुबरी (Nematighat and Dhubri) में, मानस नदी एनएच रोड क्रॉसिंग पर, पगलादिया नदी एनटी रोड क्रॉसिंग पर, पुथिमारी नदी (Puthimari River) एनएच रोड क्रॉसिंग पर नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।

जिला प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित जिलों में 140 राहत शिविर और 75 राहत वितरण केंद्र बनाये हैं और 35142 लोगों ने इन राहत शिविरों में शरण ली है। दूसरी ओर कई अन्य लोगों ने सड़कों, ऊंचे इलाकों और तटबंधों पर पनाह ली है। एएसडीएमए बाढ़ रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि 427474 घरेलू जानवर भी बाढ़ से प्रभावित हुए हैं।

पिछले 24 घंटों में बाढ़ के पानी ने 1 तटबंध को तोड़ दिया साथ ही 14 अन्य तटबंधों, 213 सड़कों, 14 पुलों, कई कृषि बांधों, स्कूल भवनों, सिंचाई नहरों और पुलियों को भी भयानक टूट फूट का सामना करना पड़ा है। इस बीच बजाली जिले में बाढ़ के हालात अभी भी गंभीर बने हुए है क्योंकि 191 गांवों के 2,67,253 लोगों पर इसका सीधा असर पड़ रहा है।

एएसडीएमए के मुताबिक जिले के बजली राजस्व सर्कल में 176678 लोग और सरूपेटा (Sarupeta) राजस्व सर्कल में 90575 लोग बाढ़ के पानी से प्रभावित हुए हैं। बाढ़ के पानी में जिले की 368.30 हेक्टेयर फसल भी डूब गयी। पाहुमारा नदी (Pahumara River) के बाढ़ के पानी की वज़ह से तटबंध का एक बड़ा हिस्सा टूटने से डोलोई गांव और शांतिपुर गांव (Doloi Village and Shantipur Village) के लगभग 200 परिवार बुरी तरह प्रभावित हुए हैं और गांववालों अब भी अस्थायी तंबू बनाकर तटबंध सड़क पर शरण ले रहे हैं। गांव में 8-10 घर बाढ़ के पानी में बह गये हैं।

करीब 3 बजे बाढ़ के पानी ने तटबंध तोड़ दिया और उस वक्त सभी गांववालों सो रहे थे। ग्रामीण उस समय अपना सामान बाहर नहीं निकाल पाये। लोग बस सुरक्षित स्थान पर चले गये। ग्रामीणों को अब परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बहुत सारी समस्याओं के बीच बारिश लगातार जारी है। स्थानीय लोग भोजन संकट का भी सामना कर रहे हैं। बाढ़ के पानी ने पूरे गांव को जलमग्न कर दिया और गांववालों के घरों में पानी घुस गया है।

फिलहाल बाढ़ पीड़ितों के पास तिरपाल या खाना पकाने के लिये सामान नहीं है। अभी भी सड़क पर 4-5 फीट पानी है, जिसकी वज़ह से लोगों स्थानीय लोगों के बाढ़ से निकलने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इस बीच साफ और पीने के पानी की समस्या भी पैदा होती दिख रही है।

एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, फायर बिग्रेड, आपातकालीन सेवायें और नागरिक सुरक्षा कर्मी बाढ़ प्रभावित जिलों में बचाव अभियान में लगे हुए हैं।

Leave a comment

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More