एजेंसियां/न्यूज डेस्क (श्री हर्षिणी सिंधू): उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन (North Korean leader Kim Jong Un) ने कोरियाई युद्ध की समाप्ति की 70वीं वर्षगांठ मनाने के लिये प्योंगयांग (Pyongyang) का दौरा करने वाले चीनी प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की और दोनों देशों के रिश्तों को नई ऊंचाई पर ले जाने की कसम खाई। उत्तर कोरिया की सरकारी समाचार एजेंसी केसीएनए ने आज इस बात का खुलासा किया। केसीएनए ने कहा कि किम ने बीते शुक्रवार (28 जुलाई 2023) को कम्युनिस्ट पार्टी पोलित ब्यूरो (Communist Party Politburo) के सदस्य ली होंगज़ोंग की अगुवाई वाले चीनी अधिकारियों के प्रतिनिधिमंडल के स्वागत समारोह की मेजबानी की। चीनी प्रतिनिधिमंडल कोविड-19 महामारी के बाद इस उत्तर कोरिया का दौरा करने वाला पहला प्रतिनिधिमंडल है।
केसीएनए ने आगे कहा कि, “बातचीत में दोनों देशों की पार्टियों और सरकारों के रुख की पुष्टि की गयी कि वे अपनी पहल पर जटिल अंतर्राष्ट्रीय हालातों से निपटें। साथ ही दोस्ती और कामरेडली सहयोग को नये उच्च स्तर पर विकसित करें।”
बता दे कि ये बैठक चीनी और रूसी अधिकारियों की ओर से गुरुवार (27 जुलाई 2023) को किम के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े होने के बाद हुई, जब उन्होंने राजधानी प्योंगयांग में एक सैन्य परेड के दौरान उनकी नवीनतम परमाणु-सक्षम मिसाइलों और हमले वाले ड्रोनों को दुनिया के सामने रखा। रूस और चीन ने हाल के सालों में बैलिस्टिक मिसाइलों की खोज को लेकर उत्तर कोरिया पर ज्यादा प्रतिबंध लगाने के अमेरिका की अगुवाई वाले प्रयासों का विरोध किया, और साथ ही तनाव बढ़ाने के लिये कोरियाई प्रायद्वीप (Korean Peninsula) में अमेरिकी युद्धाभ्यास को जिम्मेदार ठहराया है।
अमेरिकी और दक्षिण कोरियाई नौसेनाओं ने आज (29 जुलाई 2023) दक्षिण कोरिया के दक्षिणी द्वीप जेजू के समुद्री इलाके में संयुक्त पनडुब्बी रोधी अभ्यास किया, जिसे वो उत्तर कोरियाई उकसावों के जवाब में सहयोगियों की ओर से सैन्य युद्धाभ्यासों के सिलसिले में ताजातरीन कदम कहते हैं।
दक्षिण कोरिया की नौसेना ने कहा कि इस अभ्यास में अमेरिकी परमाणु-संचालित पनडुब्बी यूएसएस अन्नापोलिस शामिल हुई, जो कि इस हफ्ते दक्षिण कोरिया पहुंची थी, उत्तर कोरिया की ओर से बढ़ते मिसाइल खतरों का बेहतर ढंग से मुकाबला करने के लिये ये युद्धाभ्यास आयोजित किया गया था।