न्यूज डेस्क (दिगान्त बरूआ): Manipur Ethnic Violence: आज (3 अगस्त 2023) बिष्णुपुर जिले के कांगवई और फौगाकचाओ (Kangwai and Phougacchao) इलाके में सेना और आरएएफ जवानों की ओर से आंसू गैस के गोले दागे जाने से हुई झड़प में कुल मिलाकर 17 लोग बुरी तरह जख़्मी हो गये। इम्फाल (Imphal) पूर्व और इम्फाल पश्चिम के जिला मजिस्ट्रेटों ने भी पहले घोषित किये गये कर्फ्यू में ढील वापस ले ली है, एहतियात के तौर पर पूरे इंफाल घाटी में रात के कर्फ्यू के अलावा दिन के दौरान सख्त प्रतिबंध लगा दिया गया है।
झड़पों से कुछ घंटे पहले मणिपुर की जातीय हिंसा में मारे गये कुकी-ज़ोमी लोगों को सामूहिक रूप से दफ़नाने की योजना तब रोक दी गयी, जब राज्य के उच्च न्यायालय ने आज सुबह चुराचांदपुर जिले में प्रस्तावित दफ़न स्थल पर यथास्थिति बनाये रखने का आदेश दिया।
शीर्ष जनजातीय संस्था आईटीएलएफ ने भी कहा कि वो बिष्णुपुर की सीमा पर चुराचांदपुर जिले (Churachandpur District) के हाओलाई खोपी गांव (Haolai Khopi Village) में दफन स्थल पर 35 लोगों को दफनाने की प्रक्रिया को स्थगित कर रहा है। बिष्णुपुर जिले (Bishnupur District) में सुबह से ही तनाव पसरा हुआ है क्योंकि हजारों स्थानीय लोग सुरक्षा बलों की आवाजाही को रोकने के लिये सड़कों पर उतर आये हैं।
महिलाओं की अगुवाई में स्थानीय लोगों ने सेना और आरएएफ कर्मियों की ओर से लगाये गये बैरिकेड को पार करने की कोशिश की, और मांग की कि उन्हें दफन स्थल तुइबुओंग (Tuibuong) तक जाने की मंजूरी दी जाये। दिन के दौरान राज्य सरकार ने एहतियात के तौर पर इंफाल पूर्व और पश्चिम जिलों में जारी कर्फ्यू में ढील वापस ले ली।
इंफाल पूर्व और पश्चिम के जिला मजिस्ट्रेटों ने गड़बड़ी की आशंका के चलते दिन का कर्फ्यू फिर से लागू करने के अलग-अलग आदेश जारी कर दिये है।