न्यूज डेस्क (देवेंद्र कुमार): बहुजन समाज पार्टी (BSP) सुप्रीमो मायावती ने किसी भी गठबंधन में शामिल होने की अटकलों को खारिज करते हुए कहा कि उनकी पार्टी 2024 का आम चुनाव अकेले अपने दम पर लड़ेगी। इसी मुद्दे पर उन्होनें आज एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि- ”बीएसपी 2007 की तरह विरोधियों की ओर से किये गये जुगाड़ और जोड़-तोड़ के बजाय आपसी भाईचारे की बुनियाद पर समाज के करोड़ों उपेक्षित और बिखरे हुए लोगों को जोड़कर आगामी आम चुनाव और चार राज्यों की विधानसभाओं में अकेले दम पर चुनाव लड़ेगी।”
उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री (BSP supremo Mayawati) उन अटकलों को खारिज कर दिया कि बसपा विपक्षी गठबंधन ब्लॉक इंडिया में शामिल हो सकती है और साथ ही उन्होनें मीडिया से फर्जी खबरें न फैलाने का आग्रह किया। आगे बसपा सुप्रीमो मायावती ने सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) और विपक्षी गुट INDIA पर कड़ा प्रहार करते हुए मायावती ने कहा कि, “बसपा के उल्ट दोनों गठबंधनों की ज्यादातर पार्टियाँ गरीब विरोधी, जातिवादी और पूंजीपति हैं। एनडीए और भारत गठबंधन के ज्यादातर दलों की नीतियां गरीब विरोधी, जातिवादी, सांप्रदायिक, धन्ना सेठ (पूंजीपतियों) समर्थक हैं, बसपा लगातार इनके खिलाफ लड़ाई लड़ रही है। इनके साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ने का सवाल ही नहीं उठता। इसलिए मीडिया से अपील है कि कृपया कोई फर्जी खबर न फैलाये।”
बता दे कि इस साल के आखिर में राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और तेलंगाना (Madhya Pradesh and Telangana) में विधानसभा चुनाव होने हैं। साल 2018 के राजस्थान विधानसभा चुनाव (Rajasthan Assembly Election) में बसपा ने छह विधानसभा सीटें जीती थीं। चुनावों के दौरान पार्टी ने अपना वोट शेयर 2013 के मुकाबले 3.37 प्रतिशत से बढ़ाकर 4 प्रतिशत कर दिया। मध्य प्रदेश में बसपा को 5.01 प्रतिशत वोट मिले और साल 2018 में दो सीटें जीतीं। साल 2018 के छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनावों में बसपा को 3.87 फीसदी वोट शेयर मिले और साथ ही पार्टी ने दो सीटें भी जीतीं।
इस बीच इंडिया ब्लॉक पर स्पष्ट तौर पर तंज कसते हुए मायावती ने एक्स पर अपने पोस्ट में कहा कि विपक्षी गठबंधन सिर्फ उन लोगों को धर्मनिरपेक्ष मानता है, जो कि उनके साथ जुड़ते हैं और अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो आपको भाजपा के साथ माना जाता है। उन्होंने हिंदी कहावत का जिक्र करते हुए कहा, “ये सरासर गलत है, खिसयानी बिल्ली खंभा नोचे”