नई दिल्ली (निकुंजा वत्स): आज (9 सितंबर 2023) पूरी दिल्ली में G20 की छटा दिखायी दी। इस शानदार मौके पर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने कहा कि ये भारत में “पीपुल्स जी20” बन गया है और करोड़ों नागरिक इससे जुड़े हुए हैं। भारत की अध्यक्षता में आयोजित जी20 शिखर सम्मेलन में अपने शुरुआती वक्तव्य में, पीएम मोदी ने वैश्विक चुनौतियों की बात की और कहा कि ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास’ हमारा मूलमंत्र है, जिस पर G20 आने वाले वक्त में चलेगा।
इस दौरान खास बात ये दिखी कि पीएम मोदी के सामने लगी पट्टिका पर भारत लिखा था। अपनी बात रखते हुए पीएम मोदी ने कहा कि- “भारत की G20 की अध्यक्षता देश के अंदर और बाहर दोनों जगह समावेशन ‘सबका साथ’ का प्रतीक बन गयी है। ये भारत में पीपुल्स G20 बन गया है। करोड़ों भारतीय इससे जुड़े हुए हैं। देश के 60 से ज्यादा शहरों में 200 से ज्यादा बैठकें हो चुकी हैं। ‘सबका साथ’ की भावना के साथ भारत ने प्रस्ताव दिया था कि अफ्रीकी संघ (African Union) को जी20 की स्थायी सदस्यता दी जाये। मेरा मानना है कि हम सभी इस प्रस्ताव से सहमत हैं।”
पीएम मोदी ने अफ्रीकी संघ के प्रमुख को जी20 के सदस्य के तौर पर अपनी सीट लेने के लिये भी आमंत्रित किया। ‘वन अर्थ’ थीम के तहत शिखर सम्मेलन का पहला सत्र सम्मेलन स्थल भारत मंडपम (Bharat Mandapam) में शुरू हुआ। विदेश मंत्री एस जयशंकर (Foreign Minister S Jaishankar) कोमोरोस संघ के अध्यक्ष और अफ्रीकी संघ (एयू) के अध्यक्ष, अज़ाली असौमानी के साथ विश्व नेताओं के बीच अपनी जगह पर बैठते समय उनके साथ थे।
पीएम मोदी ने कहा कि, “सभी की सहमति से मैं अफ्रीकी संघ के अध्यक्ष से स्थायी G20 सदस्य के तौर पर अपनी सीट लेने का अनुरोध करता हूं।”
इसकी अध्यक्षता में G20 शिखर सम्मेलन में अफ्रीकी संघ को जी20 में शामिल करना भारत की प्रमुख प्राथमिकताओं में से एक था। बता दे कि अफ्रीकी संघ को G20 समूह में शामिल करने का प्रस्ताव इस साल जून में पीएम मोदी ने रखा था। अपने भाषण की शुरुआत में पीएम मोदी ने मोरक्को (Morocco) में भूकंप से हुई जानमाल की हानि पर शोक व्यक्त किया।
G20 के पहले सत्र के दौरान अपना वक्तव्य रखते हुए पीएम मोदी ने कहा कि- “जी20 की कार्यवाही शुरू करने से पहले, मैं मोरक्को में भूकंप के कारण हुई जानमाल की हानि पर अपनी संवेदना व्यक्त करना चाहता हूं। हम प्रार्थना करते हैं कि सभी घायल जल्द से जल्द ठीक हो जाये। भारत इस कठिन समय में मोरक्को को हर हर मुमकिन मदद देने के लिये तैयार है।”
पीएम मोदी ने आगे कहा कि दुनिया को COVID-19 के बाद विश्वास की कमी की एक नई चुनौती का सामना करना पड़ा है। उन्होंने यूक्रेन और रूस (Ukraine and Russia) के बीच संघर्ष का जिक्र किया और कहा कि जंग ने विश्वास की कमी को और गहरा कर दिया है। इसी मुद्दे पर पीएम मोदी ने कहा कि- “अगर हम कोविड जैसी महामारी को हरा सकते हैं तो हम इस विश्वास की कमी की चुनौती पर भी जीत हासिल कर सकते हैं। आज G20 के अध्यक्ष के तौर पर भारत पूरी दुनिया से इस वैश्विक विश्वास की कमी को भरोसे में बदलने का आह्वान करता है। यहां हम सभी के लिये एक साथ आगे बढ़ने का वक्त है। इस समय में ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास’ का मंत्र हमारे लिये पथप्रदर्शक हो सकता है। चाहे वो उत्तर और दक्षिण के बीच विभाजन हो, पूर्व और पश्चिम के बीच की दूरी हो, भोजन और ईंधन का प्रबंधन हो, आतंकवाद हो, साइबर सुरक्षा हो, स्वास्थ्य हो, ऊर्जा हो या जल सुरक्षा हो, हमें आने वाली पीढ़ियों के लिये इसके ठोस समाधान की ओर बढ़ना होगा।”
जी20 शिखर सम्मेलन से पहले पीएम मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन, कनाडाई प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो (Justin Trudeau), यूके के पीएम ऋषि सुनक (Rishi Sunak) और जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ (Olaf Scholz) समेत विश्व नेताओं का स्वागत किया। जैसे ही ये नेता पहुंचे पीएम मोदी ने ओडिशा के कोणार्क व्हील की प्रतिकृति की पृष्ठभूमि में उनका स्वागत किया।
बता दे कि कोणार्क चक्र (Konark Chakra) का निर्माण 13वीं शताब्दी में राजा नरसिम्हादेव-प्रथम के शासनकाल में किया गया था। 24 तीलियों वाले पहिये को भारत के राष्ट्रीय ध्वज में शामिल किया गया है, जो भारत के प्राचीन ज्ञान, उन्नत सभ्यता और वास्तुशिल्प उत्कृष्टता का प्रतीक है।
कोणार्क चक्र की घूमती गति समय, कालचक्र के साथ-साथ प्रगति और निरंतर परिवर्तन का प्रतीक है। ये लोकतंत्र के पहिये के शक्तिशाली प्रतीक के तौर पर कार्य करता है, जो कि लोकतांत्रिक आदर्शों के लचीलेपन और समाज में प्रगति के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इस साल के G20 शिखर सम्मेलन का विषय, जो कि भारत की अध्यक्षता में हो रहा है, वसुधैव कुटुंबकम यानि कि एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य है।
पीएम मोदी ने बीते शुक्रवार (8 सितंबर 2023) को विश्वास जताया था कि नई दिल्ली जी20 शिखर सम्मेलन मानव-केंद्रित और समावेशी विकास में एक नया रास्ता तय करेगा। इस विषय को केंद्र में रखते हुए पीएम मोदी ने कहा कि- “भारत को 09-10 सितंबर 2023 को नई दिल्ली (New Delhi) के प्रतिष्ठित भारत मंडपम में 18वें जी20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करते हुए खुशी हो रही है। ये भारत की ओर से आयोजित किया जाने वाला पहला जी20 शिखर सम्मेलन है। मैं अगले दो दिनों में विश्व नेताओं के साथ सार्थक चर्चा की आशा करता हूं।”
इसी विषय पर उन्होनें एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि- ”ये मेरा दृढ़ विश्वास है कि नई दिल्ली जी20 शिखर सम्मेलन मानव-केंद्रित और समावेशी विकास में एक नया मार्ग प्रशस्त करेगा।”
गौरतलब है कि भारत ने पिछले साल 1 दिसंबर को G20 की अध्यक्षता ग्रहण की थी। ये पहली बार है कि भारत की अध्यक्षता में G20 शिखर सम्मेलन हो रहा है।