न्यूज डेस्क (समरजीत अधिकारी): सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान अल सऊद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने आज (11 सितंबर 2023) नई दिल्ली में द्विपक्षीय बैठक की। इस बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल (National Security Advisor Ajit Doval) समेत कई भारतीय अधिकारी मौजूद थे।
भारत की तीन दिवसीय राजकीय यात्रा पर दिल्ली पहुंचे सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस (Crown Prince of Saudi Arabia Mohammed bin Salman Al Saud) और प्रधान मंत्री ने बीते वीकेंड में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया।
दोनों नेता रणनीतिक साझेदारी परिषद की पहली नेताओं की बैठक की सह-अध्यक्षता भी करेंगे। विदेश मंत्रालय की ओर से जारी प्रेस रिलीज के मुताबिक पीएम मोदी और सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस रणनीतिक साझेदारी परिषद की दो मंत्रिस्तरीय समितियों यानि राजनीतिक, सुरक्षा, सामाजिक और सांस्कृतिक सहयोग समिति और अर्थव्यवस्था और निवेश सहयोग समिति के तहत हुई प्रगति की समीक्षा करेंगे।
पीएम मोदी और सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस राजनीतिक, सुरक्षा, रक्षा, व्यापार, आर्थिक, सांस्कृतिक और लोगों से लोगों के संबंधों समेत द्विपक्षीय संबंधों के सभी पहलुओं पर चर्चा करेंगे। दोनों नेता आपसी हित के क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर भी चर्चा करेंगे।
सऊदी क्राउन प्रिंस के साथ मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों समेत उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी भारत आया है। पीएम मोदी से मुलाकात से पहले सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस का राष्ट्रपति भवन में औपचारिक स्वागत किया गया। पीएम मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu) ने राष्ट्रपति भवन में सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस का स्वागत किया। इसके बाद सऊदी क्राउन प्रिंस ने संयुक्त रक्षा सेवाओं के गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण किया। अपने संक्षिप्त बयान में मोहम्मद बिन सलमान ने भारत की कामयाब G20 अध्यक्षता के लिये बधाई दी।
पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि, “शाबाश भारत, बहुत सारी घोषणाएं की गयी, जिनसे हमारे दोनों देशों, G20 देशों और पूरी दुनिया को फायदा होगा। इसलिए मैं भारत से कहना चाहता हूं कि शाबाश और हम शानदार भविष्य बनाने के लिये साथ मिलकर काम करेंगे।”
बाद में दिन में सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस का राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात करने का कार्यक्रम है। बीते शनिवार (2 सितंबर 2023) को जी20 नेताओं के शिखर सम्मेलन में भारत, संयुक्त राज्य अमेरिका, सऊदी अरब और यूरोपीय संघ (Saudi Arabia and European Union) ने मेगा भारत-मध्य पूर्व-यूरोप शिपिंग और रेलवे कनेक्टिविटी कॉरिडोर शुरू करने के लिये ऐतिहासिक समझौते का ऐलान किया। ये भारत, संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, यूरोपीय संघ, फ्रांस, इटली, जर्मनी और अमेरिका (Germany and America) से जुड़े कनेक्टिविटी और बुनियादी ढांचे पर सहयोग पर ऐतिहासिक और अपनी तरह की पहली खास पहल है।
जी20 शिखर सम्मेलन में बोलते हुए, प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने कहा था कि, “… हम इस बैठक में घोषित पहल और आर्थिक गलियारा परियोजना के एकीकरण की उम्मीद करते हैं। मैं उन लोगों को धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने इस पहल का यहां पहुंचाने के लिए हमारे साथ काम किया इस अहम आर्थिक गलियारे की स्थापना के लिये ये शानदार संस्थापक कदम है…”
इसी मुद्दे पर पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि- ये मेगा डील दुनिया भर में कनेक्टिविटी और स्थिरता को स्थायी दिशा देगी। इससे पहले सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस ने फरवरी 2019 में राजकीय यात्रा पर भारत का दौरा किया था और मौजूदा दौरा भारत की उनकी दूसरी राजकीय यात्रा होगी।
इसी मुद्दे पर विदेश मंत्रालय (एमईए) ने कहा कि, “भारत और सऊदी अरब के बीच ऐतिहासिक रूप से घनिष्ठ और मैत्रीपूर्ण संबंध हैं और लोगों के बीच बड़े पैमाने पर जुड़ाव हैं। वित्त वर्ष 2022-23 में दोनों देशों के बीच कारोबार अब तक के सबसे ऊंचे स्तर 52.75 बिलियन अमेरिकी डॉलर पर पहुंच गया।”
भारत सऊदी अरब का दूसरा सबसे बड़ा कारोबारी भागीदार है जबकि सऊदी अरब भारत का चौथा सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है। पहले जारी विदेश मंत्रालय के एक बयान के मुताबिक, दोनों देशों के बीच ऊर्जा के क्षेत्र में भी मजबूत साझेदारी है।
बता दे कि इसी क्रम में मीडिया ओएसिस नामक कार्यक्रम 9 सितंबर को आयोजित किया गया था और 11 सितंबर को ये नई दिल्ली में समाप्त होगा। इस आयोजन का मकसद पर्यटन, मनोरंजन, प्रौद्योगिकी, संस्कृति और खेलों में सऊदी अरब की परियोजनाओं को व्यापक अनुभव देना है। प्रदर्शनी की थीम ‘विज़न 2030’ है, जो कि सऊदी अरब की पहल है जिसका मकसद देश को आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक रूप से विविध बनाना है।