न्यूज डेस्क (अजित पाटिल): Maratha reservation: तेलंगाना के मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव की अगुवाई में भारत राष्ट्र समिति (BRS- Bharat Rashtra Samiti) प्रस्तावित मराठा आरक्षण के खिलाफ आंदोलन कर रहे कई अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) संगठनों को समर्थन देने के लिये 25 सितंबर को महाराष्ट्र (Maharashtra) के विदर्भ इलाके के वर्धा में रैली आयोजित करेगी। महाराष्ट्र में ओबीसी संगठन राज्य सरकार से ये आश्वासन मांग रहे हैं कि मराठा आरक्षण स्कूल, कॉलेजों समेत नौकरियों में 27 प्रतिशत ओबीसी कोटा पूरी तरह से सुरक्षित रहेगा।
अपनी पहुंच बढ़ाने की योजना के तहत बीआरएस ने पिछले कुछ महीनों में मराठवाड़ा (Marathwada), पश्चिमी महाराष्ट्र और विदर्भ इलाकों में कई रैलियां की हैं। बीती फरवरी में बीआरएस ने मराठवाड़ा इलाके के नांदेड़ जिले में अपनी पहली रैली आयोजित की। बाद में बीआरएस ने नांदेड़ और औरंगाबाद (Nanded and Aurangabad) में और रैलियां कीं। कुछ महीने बाद बीआरएस ने अपना ध्यान विदर्भ की ओर लगाया। बीआरएस ने नागपुर, पुणे और संभाजीनगर (Pune and Sambhajinagar) में अस्थायी तौर पर पार्टी कार्यालय भी खोले है।
बीते अगस्त महीने में शेतकारी संगठन के नेता रघुनाथ दादा पाटिल (Raghunath Dada Patil) केसीआर की मौजूदगी में बीआरएस में शामिल हुए, जो कि तेलंगाना (Telangana) में उनकी सरकार की ओर से किये गये कृषि क्षेत्र में सुधारों पर प्रकाश डाल रहे हैं। केसीआर ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि महाराष्ट्र सरकार किसानों को राहत देने के लिये इसे दोहरायेगी।
बुआई के मौसम के दौरान बीज और उर्वरक खरीदने के लिये किसानों को 10,000 रुपये की गैर-वापसी रकम का आवंटन, मुफ्त बिजली और पानी तक आसान पहुंच उन उपायों में से हैं, जिस पर उन्होंने अपनी सरकार की ओर से जोर दिया था, जिससे किसानों के जीवन में खासा बदलाव आया।
बता दे कि साल 2024 के लोकसभा और विधानसभा चुनावों (महाराष्ट्र में) से पहले बीआरएस नारा लेकर आया है: अबकि की बार, किसान सरकार।