न्यूज डेस्क (संटू कुमार मंडल): जहां एक तरफ राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) और सूबे के आलाधिकारियों का कहना है कि, फैल रहे वायरस इन्फेक्शन (virus infection) के इस दौर में कोई भी गरीब असहाय व्यक्ति भूखा नहीं रहेगा तो दूसरी तरफ कुछ पदाधिकारी ठीक इसके उल्ट काम करने में लगे हुए हैं। कुछ ऐसा ही वाकया शेखपुरा (Shekhpura district) जिले में देखने को मिला। डिस्टिक मजिस्ट्रेट इनायत खान ने कई महीनों से लंबित चल रहे राशन कार्ड (Ration Card) बनाने से जुड़े मामलों को जल्द से जल्द निपटाने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। लेकिन जिला अधिकारी के हुक्म की तामील करने में दो सरकारी मुलाजिम नाकाम़ नजर आये। जल्द से जल्द राशन कार्ड बनाने की कवायद में लगे कथित सरकारी का सुस्त रवैया सामने आया। जिसके लिए डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट इनायत खान ने दोनों को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए स्पष्टीकरण मांगा है।
शेखपुरा के कार्यपालक पदाधिकारी “दिनेश दयाल” एवं शेखोपुर सराय प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी “अमरेन्द्र कुमार अमर” को जिलाधिकारी कार्यालय में स्पष्टीकरण से जुड़े प्रपत्र दाखिल करने होंगे। इस प्रशासनिक प्रकरण की सूचना आधिकारिक तौर पर डी.सी.एल.आर. संजय कुमार ने जारी की। तेजी से फैल रही महामारी के बीच कोई भी व्यक्ति भूखा ना रहे, इसके लिए जिन लोगों के पास राशन कार्ड नहीं है, उनके घर सरकारी अधिकारी जाकर सर्वे कर राशन कार्ड जारी करने का काम पदाधिकारियों को सौंपा गया था। मेडिकल आपातकाल जैसे नाजुक माहौल के बीच अगर अधिकारियों का रवैया यूं ही बना रहा तो जनता की सुध कौन लेगा?