- दिल्ली में पेट्रोल के दाम 1.67 रुपये बढ़ गए और डीजल 7.10 रुपये हुआ महंगा
- 7 रुपये से ज्यादा की बढ़त के बाद डीजल की कीमत हुई 69.29 रुपये लीटर
- अप्रैल में देशव्यापी लॉकडाउन के कारण पेट्रोल-डीजल की मांग में हुई बड़ी गिरावट
- अप्रैल में पेट्रोल-डीजल की कुल खपत में करीब 70 पर्सेंट तक हुई कम
न्यूज़ डेस्क (दीप्ति गोस्वामी): अकसर यह कहावत सुनने में आती है कि आसमान से गिरे खजूर में अटके। दिल्ली में पेट्रोल (petrol) और डीज़ल (diesel) की नई कीमतों पर यह कहावत सही सिद्ध होती है जहाँ एक ओर दिल्ली में रोज़ कोरोना संक्रमित की संख्या में इज़ाफा हो रहा है वहीं दूसरी ओर सरकार द्वारा अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए पेट्रोल और डीज़ल की कीमतें बढा दी गई हैं।
50 दिनों के बाद यानी 5 मई को दिल्ली और चेन्नई में पेट्रोल-डीजल (petrol-diesel) के दामों में बढ़ोतरी की गई है। दिल्ली में पेट्रोल के दाम 1.67 रुपये बढ़ गए और डीजल 7.10 रुपये महंगा हो गया। दरअसल, दिल्ली सरकार ने पेट्रोलियम उत्पादों पर वैट बढ़ाने का फैसला लिया है। दिल्ली में पेट्रोल पर वैट 27 फीसदी और डीजल पर 30 फीसदी बढ़ा दिया गया है।
नई कीमतों को अगर ध्यान में रखा जाए तो, दिल्ली में पेट्रोल 71.26 रुपए/लीटर हो गया है और डीजल 69 .29 हो गया है। इसी के साथ–साथ राजनीती ने भी अपना सर उठाया और विभिन्न व्यक्ति विशेष ने अपने–अपने अंदाज़ में इसकी आलोचना की I
कांग्रेस ने दिल्ली में पेट्रोल और डीजल के दाम में बढ़ोतरी की निंदा करते हुए मंगलवार को कहा कि केजरीवाल सरकार को अपना खजाना भरने की बजाय लोगों को राहत देने और उनकी जान बचाने पर ध्यान देना चाहिए। पार्टी के वरिष्ठ प्रवक्ता अजय माकन ने यह भी कहा कि पेट्रोल और डीजल का दाम बढ़ाने से कोरोनावायरस महामारी की वजह से पहले से ही परेशान आम लोगों पर बोझ बढ़ेगा। उन्होंने एक बयान में कहा, ‘‘प्रति 10 लाख आबादी के हिसाब से दिल्ली में कोरोनावायरस के सबसे ज्यादा मामले हैं. आम लोग परेशान हैं। इस बीच, दिल्ली में मध्यम वर्ग और निम्न मध्यम वर्ग के लोगों पर एक और बोझ डाल दिया गया है।’’
मनोज तिवारी ने कहा, ‘यह केजरीवाल सरकार का विशुद्ध अन्याय है. दिल्ली भाजपा उनसे इस वृद्धि को वापस लेने की मांग करती है क्योंकि अनाज, सब्जियां और रोजमर्रा की अन्य चीजें इसके कारण महंगी हो जाएंगी।’
राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने पेट्रोल एवं डीजल (Petrol-Diesel Prices) पर उत्पाद शुल्क में बढ़ोतरी के फैसले को ‘अनुचित’ करार दिया है. उन्होंने बुधवार को कहा कि इस वृद्धि को वापस लिया जाना चाहिए। राहुल ने ट्वीट किया, ‘‘कोरोना वायरस से जारी लड़ाई हमारे करोड़ों भाइयों और बहनों के लिए गंभीर आर्थिक कठिनाई का कारण बन रही है। इस समय, कीमतें कम करने के बजाय, पेट्रोल और डीजल पर 10 रुपये और 13 रुपये प्रति लीटर कर बढ़ाने का सरकार (Center Government) का निर्णय अनुचित है और इसे वापस लिया जाना चाहिए.”
वजह चाहे जो भी हो , इन सबका असर अगर किसी पर हुआ है, तो वह है आम आदमी। सरकार अपने तर्क दे रही है और आम व्यक्ति अपनी परेशानियों का रोना रो रहा है। ये तो अब वक्त ही बताएगा कि इन समस्याओं का हल निकलेगा या ये समस्याएँ और बढेगी।