Exclusive: चल पड़ी ट्रेनें, जानिये Route, Schedule और Stoppage

नई दिल्ली (शौर्य यादव): लॉकडाउन (Lockdown) की लंबी जद्दोजहद के बाद आखिरकर रेल मंत्रालय ने ट्रेनें चलाने का फैसला ले ही लिया। रेल मंत्रालय (Ministry of Railways) के सूत्रों के मुताबिक चुनिंदा रूटों पर खास एहतियात बरतते हुए ट्रेनें चलाई जाएंगी। ट्रेनों के परिचालन के लिए रेलवे अपने सभी जोनों में खास तैयारियां कर रहा है। जिसके तहत रेलवे अधिकारी और आरपीएफ के जवान यात्रियों की मेडिकल स्क्रीनिंग (medical screening) और सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing) विशेष तौर पर सुनिश्चित करेंगे। मेडिकल क्लीयरेंस (Medical clearance) के बाद ही यात्रियों को यात्रा करने की अनुमति होगी। विशेषज्ञ के मुताबिक ट्रेन का प्रत्येक कोच अपनी क्षमता से आधे यात्रियों को ढ़ोयेगा। रेल मंत्रालय की ओर से ट्रेनों के परिचालन के रूट, समय और विभिन्न स्टेशनों पर स्टॉपेज निर्धारित कर दिए गए हैं। आईआरसीटीसी ट्रेनों की ऑनलाइन बुकिंग के लिए सुविधाएं मुहैया करवाएगा। रेलवे के सभी मंडलों के अधिकारी यात्रियों की मूलभूत जरूरतें जैसे कि- पेयजल, खानपान की व्यवस्था और और जरूरत पड़ने पर मेडिकल सुविधा उपलब्ध करवायेगें। नॉर्दन रेलवे (Northern Railway) और सेंट्रल रेलवे ने परिचालन व्यवस्था के लिए ऑपरेशनल ड्राफ्ट (Operational draft) तैयार किया है।

Indian Railway Running Again, know Route, Schedule and Stoppage
Indian Railway Running Again, know Route, Schedule and Stoppage

आरपीएफ (RPF) के जवानों को भी भेज विशेष निर्देश जारी किए गए। जिसके तहत सुरक्षा व्यवस्था के साथ ट्रेन में यात्रियों के बीच किसी भी तरह की तनातनी और लड़ाई झगड़े को तुरंत ही रोकने के आदेश है। चलती ट्रेन में जवान गश्त लगाने के साथ-साथ खुफिया तौर पर यात्रियों पर भी नजरें बनाए रखेंगे ताकि लड़ाई झगड़े वाले माहौल से बचा जा सके। स्टेशन के अंदर और बाहर किसी भी तरह की भीड़ से बचने के लिए रेलवे पुलिस फोर्स के जवानों को स्थानीय प्रशासन (Local administration) का भी साथ मिलेगा।

रेलवे के पहिए फिर से घूमने से कई राहत और चुनौतियां सामने आएंगी। जिसके लिए संबंधित अधिकारियों को कई मोर्चों पर तैयार रहना होगा। वायरस इन्फेक्शन (Virus infection) से बचते हुए यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचाना, भारतीय रेलवे के इतिहास में काफी अहम कदम रहेगा। इस प्रयास से देशभर में फंसे लोगों को अपने घरों तक पहुंचने में आसानी होगी साथ ही रेलवे मंत्रालय के राजस्व का रास्ता कुछ हद तक खुल पाएगा। ऐसे में अधिकारियों को खासतौर से सावधान और सतर्क रहने की जरूरत होगी, क्योंकि जरा सी चूक गंभीर नतीजों की वजह बन सकती है।

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