न्यूज़ डेस्क (निकुंजा राव): कोरोना (Corona) संक्रमण के कारण देशभर में सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं पर भारी दबाव बना हुआ है। रोकथाम में तैनात डॉक्टर्स को दोहरे मोर्चे पर काम करना पड़ रहा है। ऐसे में राज्य सरकारों की पूरी जिम्मेदारी बनती है कि, डॉक्टर्स और पैरा-मेडिकल स्टॉफ सहित आम जनता को इंफेक्शन से बचाव के लिए बुनियादी चीजें उपलब्ध करवाये। देश की बड़ी आबादी जागरूकता के अभाव में इंफेक्शन की चपेट में आ रही है। कुछ इसी तरह का वाकया दक्षिणी दिल्ली के संगम विहार इलाके में देखा गया। जहां वार्ड नंबर-78 में संचालित हो रही मोहल्ला क्लीनिक (Mohalla Clinic) अस्त-व्यस्तता का माहौल फैला हुआ था। इलाज के लिए क्लीनिक पर आये मरीजों ने ना ही तो सोशल डिस्टेसिंग का पालन किया था और ना ही फेस मास्क लगा रखे थे। ऐसी स्थिति में संक्रमण का जोखिम काफी ज़्यादा हो सकता था।
मामले की गंभीरता को भांपते हुए मौके पर भारतीय जनता युवा मोर्चा दिल्ली प्रदेश के प्रवक्ता संदीप शुक्ला की अगुवाई में वहाँ पर कुछ स्वयंसेवी कार्यकर्ता पहुँचे। इस दौरान संदीप शुक्ला सहित अन्य साथियों ने वहाँ उपस्थिति लोगों को सोशल डिस्टेसिंग की अहमियत समझाते हुए फेस मास्क बांटे। इस दौरान एक स्वयंसेवी कार्यकर्ता लाउडस्पीकर पर लोगों को जागरूक करता हुआ, सोशल डिस्टेसिंग की अपील करता देखा गया। स्थानीय लोगों ने भाजयुमो दिल्ली प्रदेश प्रवक्ता की इस पहल को काफी सराहा।
मोहल्ला क्लीनिक का संचालन पूरी तरह से दिल्ली सरकार के अर्न्तगत आता है। ऐसे में अगर लापरवाह मरीज़ो का जमावड़ा बढ़ता है तो उन्हें सोशल डिस्टेंसिंग बरतने, फेस्क मास्क देने और जागरूक करने का काम सीधे तौर पर दिल्ली सरकार का बनता है। मौके पर भीड़ को नियन्त्रित करने के लिए वहाँ पर सिविल डिफेंस कर्मी नदारद थे। दिल्ली स्वास्थ्य विभाग की ओर से मोहल्ला क्लीनिक में मुफ्त फेस मास्क का वितरण होना चाहिए था, जो कि वहाँ नहीं हो रहा था। अगर दूसरी राजनीतिक पार्टी की ईकाई के लोग ये काम कर रहे है तो, कोरोना इंफेक्शन से लड़ने में केजरीवाल सरकार की तैयारियों पर बड़ा सवालिया निशान लगता है।