न्यूज़ डेस्क (समरजीत अधिकारी): कानपुर से भागे अपराधी विकास दुबे (Vikash Dubey) को लेकर ग्रेटर नोएडा, नोएडा, गाजियाबाद (Greater Noida, Noida, Ghaziabad) और लोनी में यूपी पुलिस का हाईअलर्ट कर दिया गया है। उत्तर प्रदेश पुलिस को मिली खुफ़िया जानकारी के मुताबिक जल्द ही ग्रेटर नोएडा में विकास दुबे आत्मसमर्पण कर सकता है। जिसके चलते उत्तर प्रदेश पुलिस की लोकल इंटेलीजेंस यूनिट और सीआईडी (Local Intelligence Unit and CID of Uttar Pradesh Police) को दिल्ली से लगते हर जिले में चौकस कर दिया गया है। पुलिसिया सूत्रों के मुताबिक विकास सूरजपुर जिला कोर्ट (Surajpur District Court) में सरेंडर कर सकता है। इसलिए आज कोर्ट परिसर में संदिग्ध लोगों के फेसमास्क हटवाकर देखे जा रहे है।
बीते मंगलवार दिल्ली से सटे फरीदाबाद में विकास दुबे यूपी पुलिस के शिकंजे में फंसने से बच गया है। मिली जानकारी के आधार पर यूपी पुलिस ने हरियाणा पुलिस के साथ बड़खल चौक स्थित ओयो होटल में दबिश दी थी। काफी गहन छानबीन के बाद संयुक्त जांच दल (Joint investigation team) के हाथ कुछ नहीं लगा। विकास वक्त रहते वहाँ से फरार हो गया। पुलिस ने फरीदाबाद (Faridabad) के हरिनगर इलाके में एक रेस्टोरेंट की डीवीआर जब़्त की है। जिसकी रिकॉर्डिंग में दिखने वाले शख़्स का विकास दुबे बताया जा रहा है।
पुलिस को मिली जानकारी के मुताबिक विकास फरीदाबाद में अंकुर नाम के रिश्तेदार के यहाँ ठहरा था। जिसके बाद अंकुर ने अपने नाम से ओयो होटल में बुकिंग करके उसके रहने की व्यवस्था की थी। संयुक्त टीम की कार्रवाई में अंकुर और उसके पिता के खिल़ाफ अपराधिक मामला (Criminal case) दर्ज कर लिया है। साथ ही प्रभात नाम के शख़्स की भी गिरफ्तारी की गयी है। इन तीनों से पूछताछ में पता लगा है कि विकास कानपुर से मौरंग के ट्रक में छिपकर फरीदाबाद पहुँचा था। मामले में आज यूपी पुलिस को और कई जानकारी और कामयबियां हाथ लगी।
आज उत्तर प्रदेश पुलिस को मामले में दो और कामयाबियां हाथ लगी। हमीरपुर के मौदाहा में पुलिस और स्पेशल टास्क फोर्स की संयुक्त कार्रवाई (Joint action by police and special task force) में विकास दुबे के चचेरे भाई अमर दुबे को मार गिराया गया। पुलिस सूत्रों के मुताबिक अमर दुबे (Amar Dubey) विकास के दाहिने हाथ की तरह काम करता था। तकरीबन हर आपराधिक वारदात में अमर विकास के सहयोगी की भूमिका में काम करता था। गांववालों के मुताबिक अमर दुबे ही विकास दुबे का सबसे ज्यादा करीबी और विश्वासपात्र गुर्गा था। उत्तर प्रदेश पुलिस को दूसरी बड़ी कामयाबी तब मिली जब विकास दुबे के तीन अन्य साथियों (श्यामू वाजपेयी, संजीव दुबे और जहांन यादव) को गिरफ्तार किया गया। फिलहाल इन तीनों से कड़ी पूछताछ की जा रही है।
विकास दुबे की मौजूदगी को देखते हुए दिल्ली पुलिस और हरियाणा पुलिस (Delhi Police & Haryana Police) ने चौकसी बढ़ा दी है। सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi aditya Nath) पुलिस की कार्रवाई से पूरी तरह नाखुश है। 50 से ज़्यादा पुलिस की टीमें विकास की धरपकड़ में लगी हुई है, लेकिन अभी तक कोई सफलता हाथ नहीं लगी है। अग्रिम कार्रवाई (Advance action) के तहत पुलिस की टीमें प्रयागराज, चंदौली, गाज़ीपुर और आज़मगढ़ (Prayagraj, Chandauli, Ghazipur and Azamgarh) के इलाकों में दबिश दे रही है। पूर्वांचल के कई गेस्टहाउस होटल्स और लॉज में छापेमारी की जा रही है। सभी गेस्ट्स के आईडी प्रूफ खासतौर से जांचे जा रहे है। बिहार जाने वाली ट्रेनों और यूपी से लगते नेपाल के तराई इलाके में भी पुलिस हाई-अलर्ट पर है।