कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर एक बार फिर व्यक्तिगत तौर पर तीखा हमला किया है। और उन्होनें पीएम मोदी को आरएसएस (RSS) का प्रधानमंत्री भी कहा। जिसके बाद राहुल गांधी सीधे भाजपायी प्रवक्ताओं और वरिष्ठ नेताओं के रडार पर आ गये। गौरतलब है कि राहुल गांधी ने पीएम मोदी के उस बयान पर इशारा करते हुए सियासी हमला किया था, जिसमें पीएम मोदी ने कहा था कि मुल़्क में कोई भी डिटेंशन सेन्टर नहीं है।
राहुल गांधी ने ट्विटर पर बीबीसी की रिपोर्ट का हवाला दिया, जिसमें आसाम में बन रहे डिटेन्शन सेन्टर से जुड़ी हुई खब़र प्रसारित की जा रही थी। बीबीसी के इस वीडियों का साझा करते हुए राहुल गांधी ने लिखा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का प्रधानमंत्री भारत माता से झूठ बोलता हैं।
RSS का प्रधानमंत्री भारत माता से झूठ बोलता हैं ।#JhootJhootJhoot pic.twitter.com/XLne46INzH— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 26, 2019
संबित पात्रा उतरे मैदान में
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने राहुल गांधी पर पीएम मोदी के बयान को तोड़-मरोड़कर पेश करने का इल्ज़ाम लगाया। भाजपा के पक्ष रखते हुए आगे संबित पात्रा कहते है- प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि देश में ऐसा कोई डिटेंशन कैंप नहीं है, जहाँ एनआरसी के बाद हिंदुस्तानी मुसलमानों को रखा जाएगा। ये सरासर झूठ फैलाया जा रहा है। इसमें प्रधानमंत्री जी ने क्या झूठ बोला है? राहुल गांधी को झूठों के सरदार है। सर्वोच्च न्यायालय में राफेल मुद्दे पर झूठ बोलने के कारण राहुल गांधी एक बार देश से माफ़ी मांग चुके है। जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल राहुल गांधी ने किया है, वे बेहद शर्मनाक और निंदनीय है। उनसे तहज़ीब औऱ तमीज़ भरे लहज़े की उम्मीद करना बेमानी है। मुल़्क की आव़ाम अच्छे से जानती है कौन सच्चा है और कौन झूठा। राहुल गांधी को इस मुद्दे की बुनियादी समझ नहीं है। फिर वो अपने बोलने की आदत से मजबूर है। रह-रहकर कांग्रेस और राहुल गांधी का ये दर्द झलक उठता है कि एक चायवाला देश का प्रधानमंत्री कैसे बन गया।