नई दिल्ली (शौर्य यादव): दिल्ली (Delhi) के पश्चिम विहार (Paschim Vihar) इलाके में 12 साल की बच्ची से हुए बलात्कार (Rape) और उसे मारने की कोशिश करने वाला शख्स कृष्णा साल 2006 के दौरान एक महिला की हत्या के सिलसिले में धरा गया था। उस दौरान उसे उम्र कैद की सजा मुकर्रर की गयी थी। लेकिन अच्छे चाल-चलन की व़जह से उसे साल 2014 में ही रिहाई दे दी गयी थी। दिल्ली पुलिस (Delhi Police) के मुताबिक बीते 4 अगस्त को कृष्णा पीड़िता के घर में चोरी करने की नीयत से घुसा था। घर में अकेली बच्ची को देखा पहले उसके साथ बलात्कार (rape) किया। फिर उसे जान से मारने के इरादे के तहत हमला किया। बुरी तरह जख़्मी बच्ची बेहोश हो गयी। अपराधी कृष्णा को लगा कि, उसकी मौत हो चुकी है। इस बीच वो घर से मिले 200 रूपये लेकर फरार हो गया।
बच्ची के शरीर पर भयानक चोटों को देखकर एम्स के डॉक्टर्स में काफी हैरान हो गये। डॉक्टर्स ने सर्जरी करके बच्ची के अंदरूनी हिस्सों से निकलने वाले खून का रोका। इसके बाद दूसरे दौर की सर्जरी की तैयारी की जा रही है। इसी बीच बच्ची का हाल-चाल जानने के लिए सीएम अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) और महिला आयोग की अध्यक्षा स्वाति मालीवाल (Swati Maliwal, Chairperson of Women’s Commission) अस्पताल पहुँचे। मामले ने जब मीडिया में तूल पकड़ा दिल्ली पुलिस हरकत में आयी। 48 घंटों की लंबी कार्रवाई के बाद कृष्णा की मंगोलपुरी (Mangolpuri) इलाके से धरा दबोचा गया।
मामले पर दिल्ली की सियासत भी गरमा गयी है। जब सीएम केजरीवाल एम्स अस्पताल (AIIMS HOSPITAL) पहुंचे तो दिल्ली प्रदेश कांग्रेस (Delhi Pradesh Congress) के कार्यकर्ताओं नें उनका घेराव किया। उनके खिलाफ नारेबाज़ी करते हुए उनकी गाड़ी पर चूड़ियां फेंकी गयी। मुख्यमंत्री केजरीवाल ने पीड़िता के परिवार को 10 लाख की सहायता राशि देने का एलान किया है।
पश्चिमी रेंज की जॉइंट सीपी शालिनी सिंह (Western Range joint CP Shalini Singh) ने मीडिया को बताया कि- पकड़ में आया 33 वर्षीय आरोपी कृष्णा। मंगोलपुरी इलाके का रहने वाला है। पहले वो एक फैक्ट्री में काम करता था। आदतन आपराधिक प्रवृत्ति (Habitual criminal tendency) के चलते उस पर हत्या, हत्या की कोशिश करने और दो चोरी के मामले दर्ज है। प्राथमिक जांच में उसने अपराध स्वीकार कर लिया है। वो लूट के इरादे से पीड़िता के घर में घुसा था। बच्ची को अकेला देख उसने बलात्कार की वारदात को अन्ज़ाम दिया। मामले की छानबीन के लिए दिल्ली पुलिस की 20 टीमों को लगाया गया। तकरीबन 100 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों की फुटेज मॉनिटरिंग के बाद पुलिस टीम कृष्णा तक पहुँचने में कामयाब हो पायी। आरोपी पर पॉस्को एक्ट (Posco act) का संगीन धाराओं के तहत मुकदमा चलेगा। फिलहाल पीड़िता की हालत नाज़ुक लेकिन स्थिर बनी हुई है। एम्स के वरिष्ठ सर्जनों (AIIMS Senior Surgeons) की टीम बच्ची के दूसरे दौर के ऑप्रेशन (operation) की तैयारियों में लगी हुई है। लेकिन इस मामले ने इंसानियत का सिर शर्म से झुका दिया है।