न्यूज़ डेस्क (समरजीत अधिकारी): उत्तर प्रदेश के लोनी से विधायक नंदकिशोर गुर्जर (Loni MLA Nand Kishor Gujjar) ने चीन और पाकिस्तान के इशारे पर काम कर रहे मीडिया घरानों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई करने के लिए पीएम नरेन्द्र मोदी को खत लिखा। विधायक के मुताबिक देशभर में कई विपक्षी राजनीतिक दल, नेता, मीडिया हाउस और फर्जी वेबसाइटस चीन और पाकिस्तान के इशारे पर काम करके देश का माहौल बिगाड़ने की कवायद में लगी हुई है। दुष्प्रचार तंत्र का इस्तेमाल करके ये कथित संस्थान और लोग देश में अराजकता और नकारात्मकता फैलाने में लगे हुए (Pakistan and China are using the propaganda system to spread anarchy and negativity in India.) है।
बीते बुधवार को भाजपा विधायक ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को खत लिखा। भ्रामक खबरों और भड़काऊ तथ्यों के बारे में लिखते हुए उन्होनें भारत विरोधी एजेंडा चलाने वाले लोगों पर रासुका लगाने की वकालत (Advocacy of imposing National Security Act on people who run anti-India agenda) की। साथ ही उन्होनें लिखा कि- पूरा विश्व चीन द्वारा कैमिकल हथियार के तौर पर फैलाए गए कोरोना वायरस से प्रभावित है। सभी विकसित और विकासशील देश आर्थिक एवं सामाजिक मोर्चे पर भारी संकटों का सामना कर रहे हैं। अमरीका और यूरोप की अर्थव्यवस्था बुरी तरीके से चरमरा चुकी है जिसके आंकड़े सार्वजनिक है। विश्व की दूसरी बड़ी आबादी का देश होने के बावजूद आपके यशस्वी नेतृत्व में भारत ने अन्य विकसित देशों की तुलना में बहुत ही कम समय में अपने आधारभूत ढांचों में सुधार कर विश्वभर में कोरोना से होनी वाली मृत्युदर में सबसे कम मृत्युदर 1.60 एवं भारतवासियों के ‘जान और जहां’ की रक्षा कर शानदार और अनुकरणीय प्रदर्शन किया है जिसकी प्रशंसा विश्वस्तरीय संस्थाओं ने भी की है। इसके अतिरिक्त दूसरे मोर्चे पर ‘भूमाफिया चीन’ के दुस्साहस का भी हमारे जवाने एक मजबूत राजनीतिक नेतृत्व के बलबूते करारा जवाब दे रहे है।
बीजिंग द्वारा भारत में फर्जी दुष्प्रचार करने वाले लोगों और संस्थानों को निशाना बनाते हुए विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने लिखा कि- ऐसे नाज़ुक वक़्त में सभी सियासी पार्टियों को दलगत भावना से ऊपर उठकर देशहित में सरकार के साथ खड़ा होना चाहिए लेकिन पाकिस्तान और चीन से पैसा लेकर राजनीतिक दल, चीन पोषित मीडिया चैनल और फर्जी वेबसाइट्स देश की अर्थव्यवस्था और भारत-चीन मुद्दे पर फर्जी तथ्यों और मनगढ़ंत कहानियों से देश में अराजकता और नकारात्मकता का माहौल बना रहे है। जून तिमाही के दौरान भारतीय अर्थव्यवस्था अन्य देशों की तरह नुकसान में रही लेकिन तुलनात्मक रूप से हम विकसित देशों से बेहतर स्थिति में है क्योंकि हमारी जीडीपी का आकलन सालाना है और अन्य विकसित देशों के आंकड़े सालाना न होकर तिमाही (क्वार्टर बेस) आधारित है। यह बात जानते हुए भी सभी विपक्षी राजनीतिक दल, कुछ मीडिया हाउस, और कुछ वेबसाइट्स द्वारा अर्थव्यवस्था के बारे में जनता के सामने गलत आंकड़े और पूर्वाग्रहों से ग्रसित तुलनात्मक अध्ययन पेश (Comparative studies involving wrong data and biases are being offered.) किये जा रहे है। जो कि सीधे तौर पर राष्ट्रद्रोह के दायरे में आता है।
लॉकडाउन के दौरान मोदी सरकार द्वारा जनता के हित में किये गये कामों के बारे में विधायक ने लिखा कि- आपके (पीएम मोदी) द्वारा दी गयी छूट के कारण ही सही समय पर रबी फसलों की कटाई और खरीफ फसलों की बुवाई मुमकिन हो पायी। नतीज़न कोरोना संकट के बावजूद कृषि निर्यात में सीधे तौर पर 23.24 फीसदी का उछाल दर्ज किया गया। अन्नदाताओं को किसान सम्मान निधि योजना के तहत मदद मिली, जनधन योजना के तहत ग्रामीण महिलाओं को सहायता पहुँचायी गयी, पीएम स्वनिधि योजना के तहत रेहड़ी-पटरी वालों को बिना गारंटी 10 हजार रूपए तक की आर्थिक मदद देकर आर्थिक संबल मुहैया करवाया गया। नौकरी गंवा चुके श्रमिकों को 50 प्रतिशत बेरोजगारी भत्ता, देश की 80 करोड़ आबादी को 1.50 लाख करोड़़ की लागत से प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अन्तर्गत दिसंबर 2020 तक मुफ्त राशन आदि की सुविधायें दिखाती है कि, केन्द्र सरकार जनता के लिए जनता की सरकार है।
देशभर में चीन द्वारा प्रायोजित प्रोपेगेंडा पर विधायक ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लिखा कि- देश की आंतरिक और सरहदों की सुरक्षा पहले से काफी चाक-चौबंद हुई है। पूर्व में हमारी सेना के सक्षम होने के बावजूद कमजोर राजनीतिक नेतृत्व द्वारा पाकिस्तान और चीन के सामने घुटने टेकना (Despite the capable Indian military during the previous Congress and UPA governments, India had to bow to Pakistan and China due to weak political leadership.) देश भूला नहीं है। आज दो बार पाकिस्तान को सर्जिकल स्ट्राइक कर मुंहतोड़ जवाब देना हो या फिर चीन को डोकलाम, गलवान घाटी और वर्तमान में पैंगांग की चोटियों से खदेड़ना (Pushing China through the peaks of Doklam, Galvan Valley and present-day Pangong) भारतीय सेना के गौरव का परिचय आमजनमानस में देश और आपके प्रति विश्वास पैदा कर रहा है कि अब नेहरू युग में कब्जाई गई पीओके और अक्साई चीन भी हमें वापिस हासिल होगा। देशवासियों में इस विश्वास का पनपना रामराज्य का सूचक है। बावजूद इसके विदेशी ताकतों चीन और पाकिस्तान आदि से फंड लेकर मौजूदा संवेदनशील समय में भी देश विरोधी एजेंडा चलाकर देश में अराजकता और नकारात्मकता का माहौल बनाने वाले कारकों पर ‘रासुका’ के तहत कार्रवाई कर जेल भेजा जाए जिससे कोई भी भारत की प्रगति, राष्ट्र की सुरक्षा-अखंडता को प्रभावित और भारत के विश्वगुरू बनने के मार्ग में बाधाएं पैदा करने का दुस्साहस न कर सकें।