न्यूज डेस्क (शाश्वत अहीर): उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज (22 फरवरी 2023) जल्द ही शुरू होने वाली चारधाम (Chardham Yatra) की तैयारियों पर चर्चा करने के लिये बैठक करेगें। बैठक के दौरान सीएम धामी ने सभी विभागों से यात्रा शुरू होने से पहले अपनी तैयारियां पूरी करने का आग्रह करेगें। उन्होंने ये भी ऐलान किया कि यात्रा के सुचारू संचालन को सुनिश्चित करने के लिये सीमा सड़क संगठन (BRO- Border Roads Organisation) जोशीमठ में बना रहेगा, जो कि जमीन खिसकने की समस्या से लगातार जूझ रहा है। जोशीमठ (Joshimath) में आपदा प्रबंधन के लिये कंट्रोल रूम भी बनाया जायेगा।
पिछले साल के मुकाबले श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा मुहैया कराने के लिये उत्तराखंड पर्यटन विभाग (Uttarakhand Tourism Department) ने सभी विभागों को समय पर कामकाज़ पूरा करने के निर्देश दिये हैं। लोक निर्माण विभाग, राष्ट्रीय राजमार्ग और बीआरओ को चारधाम मार्ग की सभी सड़कों की मरम्मत करने को कहा गया है।
फिलहाल यात्रा में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं की संख्या तय नहीं की गयी है। तीर्थपुरोहित महापंचायत (Tirthpurohit Mahapanchayat) के विरोध के बाद सीएम धामी ने सचिव पर्यटन सचिन कुर्वे को सभी स्टेकहोल्डर्स से बातचीत करने का निर्देश दिया। पिछले साल पर्यटन विभाग ने केदारनाथ (Kedarnath) में 15,000, बद्रीनाथ में 18,000, गंगोत्री में 9,000 और यमुनोत्री (Yamunotri) में 6,000 यात्रियों की दैनिक क्षमता तय की थी। हालांकि तीर्थयात्रियों की संख्या सभी पक्षों से बातचीत के बाद ही तय की जायेगी।
सीएम ने अधिकारियों को वाहन चालकों के लिये पार्किंग और विश्राम स्थल की समुचित व्यवस्था करने के भी निर्देश दिये। पैदल मार्गों के लिये साफ-सफाई की व्यवस्था, और सभी पेट्रोल पंपों पर शौचालय समेत पीने का पानी उपलब्धता को भी सुनिश्चित करने के निर्देश जारी कर दिये गये है। साथ ही सीएम धामी (Chief Minister Pushkar Singh Dhami) ने यात्रा खर्च का 5 फीसदी स्थानीय उत्पादों पर खर्च करने की पीएम की अपील को भी दोहराया।
चारधाम मंदिरों के कपाट 22 अप्रैल से खुलेंगे और चारधाम यात्रा के लिये पंजीकरण ऑनलाइन शुरू हो गये हैं। फिलहाल चार तरह के पंजीकरण उपलब्ध हैं: ऑनलाइन, ऐप के माध्यम से, कॉल पर और व्हाट्सएप के माध्यम से। GMVN गेस्ट हाउस को 4 करोड़ रुपये से ज्यादा की बुकिंग हासिल हुई है। चारधाम सड़कों के हालातों पर नजर रखने के लिये एक ऐप तैयार किया जायेगा और सड़कें बंद होने के बाद तत्काल सुधार के लिये जेसीबी और पोकलैंड मशीनों को काम पर लगा दिया जायेगा।
चार धामों में क्यू मैनेजमेंट के लिये स्लॉट टोकन सिस्टम लागू किया जायेगा। यात्रियों के रजिस्ट्रेशन और यात्रा संबंधी जानकारी के लिये कंट्रोल रूम बनाया जायेगा। लोक निर्माण विभाग को यात्रा मार्ग की सभी सड़कों में सुधार, पैचिंग और गड्ढा मुक्त बनाने के निर्देश दिये गये हैं।