नई दिल्ली (वि. सं): पूरा विश्व इस समय कोरोना की चपेट में है। ईरान और इटली में यह वायरस जमकर मौत का तांडव कर रहा है। हालात इस कदर नाजुक बने हुए हैं कि संयुक्त राष्ट्र को पूरे विश्व से सीजफायर की अपील कर Covid-19 से लड़ने का आवाहन करना पड़ा। इस बीच पूरी दुनिया के लिए चीन से एक और बुरी खबर आ रही है। चीन में हंटा वायरस तेजी से पांव पसार रहा है। इस वायरस के कारण एक व्यक्ति की मौत भी हो चुकी है। खतरा और जोखिम लगातार बना हुआ है। चीन के ग्लोबल टाइम्स ने ट्वीट कर लिखा है कि, यून्नान प्रांत का एक शख्स इस वायरस का पहला शिकार बना। जब वह अपने काम से लौट रहा था तो, शेडोंग प्रांत में वायरस के कारण उसकी मौत हो गई। इसके अलावा 32 अन्य संदिग्ध लोगों की मेडिकल जांच की जा रही है।
सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन के मुताबिक ये वायरस जिसे अपनी चपेट में ले लेता है, उसे तरह तरह की बीमारियों का सामना करना पड़ता है। हंटा वायरस पल्मोनरी सिंड्रोम (HPS) और हेमोरेजिक बुखार के साथ रीनल सिंड्रोम (HFRS) के साथ मानव शरीर में उभरता है। संक्रमित व्यक्ति के मूत्र, मल और लार के संपर्क में जब स्वस्थ व्यक्ति आता है, उसे ये वायरस अपनी चपेट में ले लेता है।
इसके शुरुआती लक्षण है, थकान, बुखार, सिर दर्द, ठंड लगना चक्कर आना और पाचन संबंधी समस्याएं। वक्त रहते इसका इलाज न कराया जाए तो व्यक्ति को खांसी के साथ साथ सांस लेने में भी दिक्कतें होने लगती हैं। सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन ने दावा किया है कि, इस संक्रमण से पीड़ित होने की दशा में मृत्यु दर 38 फ़ीसदी है।
जबकि दूसरी ओर HFRS के शुरुआती लक्षण लो ब्लड प्रेशर, अंदरूनी रक्त स्त्राव और किडनी फेलियर के रूप में सामने आते हैं। हंटा वायरस पल्मोनरी सिंड्रोम (HPS) एक व्यक्ति से से दूसरे व्यक्ति तक नहीं पहुंचाया जा सकता है। जबकि हेमोरेजिक बुखार के साथ रीनल सिंड्रोम (HFRS) बहुत कम ही दुर्लभ में संचारित होता है। सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन के मुताबिक इस वायरस पर नियंत्रण पाने के लिए मानवीय गतिविधियों को बेहद सीमित करना प्राथमिक और कारगर कदम है। लेकिन मौजूदा हालातों को देखते हुए जिस तरह से हंटा वायरस तेजी से अपने पांव पसार रहा है, ये दुनिया भर के लिए खतरे की घंटी है।