न्यूज डेस्क (गौरांग यदुवंशी): मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के सीधी में गैंगरेप का मामला सामने आया है। ये वारदात डिस्ट्रिक हैडक्वार्टर से दूर अमिलिया थाना क्षेत्र में हुई है। जहां तीन युवकों ने पहले महिला के साथ गैंगरेप किया। उसके बाद पीड़िता के गुप्तांगों में सरिया घुसेड़ दिया। मामले की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस चौकी में अफरा तफरी मच गई। मामले की जांच के लिए विशेष टीम को मौके पर रवाना कर दिया गया। पुलिस की दबिश के चलते जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी कर ली गई। तीनों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर गैंगरेप और अपहरण की धाराओं के तहत पूछताछ भी जा रही है।
बलात्कार के बाद महिला की हालत एकदम बिगड़ती चली गई। जिसे मेडिकल सहायता के लिए रीवा के संजय गांधी अस्पताल (Sanjay Gandhi Hospital of Rewa) में भर्ती करवाया गया। जहां उसकी हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। इलाज कर रहे डॉक्टरों के मुताबिक पीड़िता के अंदरूनी नाजुक अंगों में खून के रिसाव के कारण उसकी हालत फिलहाल अस्थिर है। सूत्रों के मुताबिक पीड़िता के पति की मौत 4 साल पहले हो चुकी है। वो अपने दो बेटों के साथ चाय की दुकान लगाकर किसी तरह गुजर-बसर कर रही थी। वारदात वाले दिन वह घर में अकेली थी। माना जा रहा है कि आरोपी इरादतन तौर पर उसके घर बीते शनिवार रात को पहुंचे थे।
आरोपियों उससे पानी मांगा। पीड़िता ने उनके गलत इरादे भांपकर पानी ना होने की बात कही। जिसके बाद वो तीनों आग बबूले हो गए। जबरन घर में घुसकर महिला से उन्होंने उससे बलात्कार किया। इस दौरान महिला लगातार चिल्लाकर मदद के लिए गुहार लगाती रही। देर रात और आसपास बस्ती ना होने के कारण उसकी मदद को लिए कोई ना आ सका। महिला की मदद के लिए सबसे पहले उसकी बहन पहुँची। उसे पहले मेडिकल इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अमिलिया ले जाया गया। उसके उसे डिस्ट्रिक अस्पताल रेफर कर दिया गया।
पुलिस ने मामले की सरगर्मी से तलाश कर आरोपी भाईलाल पटेल और लल्लू कोल सहित एक अन्य व्यक्ति को गिरफ्त में ले लिया। गौरतलब है कि झारखंड के चतरा में कुछ इसी तर्ज पर बलात्कारियों ने पीड़िता के प्राइवेट पार्ट्स में शीशे का गिलास तोड़कर डाला दिया था। फिलहाल इस मामले की हैवानियत और दरिन्दगी की चर्चा पूरे इलाके में लोगों की ज़ुबान पर है। पीड़िता की नाज़ुक हालत देखकर एडिशनल सुपरिटेन्डेंट ऑफ पुलिस अंजूलता पटले (Additional Superintendent of Police Anjulata Patale) ने पीड़िता की मौके पर मदद की। साथ ही आगे भी हर संभव मदद का भी आश्वासन दिया।