नई दिल्ली (शौर्य यादव): हरियाणा, मध्य प्रदेश और कर्नाटक के बाद अब उत्तर प्रदेश सरकार (UP Govt.) लव जेहाद के मामलों पर कड़े कदम उठाने जा रही है। जिसके लिए प्रदेश में कानूनी कवायदों को तेज कर दिया गया है। मामले पर सूबे के कानून मंत्री ब्रजेश पाठक (Law Minister Brajesh Pathak) और मंत्री मोहसिन रजा ने खुलकर सरकार की मंशा को जनता के सामने रखा। देश भर में हो रहे लव जेहाद के मामलों के मद्देनज़र उत्तर प्रदेश के गृह मंत्रालय ने कानून मंत्रालय अपना मत पेश कर दिय है। जिसे जल्द ही मसौदे का रूप दिया जायेगा।
कानून बनने के बाद बरगलाकर, भावनात्मक दबाव (Emotional pressure) बनाकर, लालच देकर और झूठे आश्वासन देकर धर्मान्तरण कर शादी करना संज्ञेय अपराध की श्रेणी में आयेगा। अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री मोहसिन रजा (Mohsin Raza, Minister of State for Minority Welfare) के मुताबिक प्रदेश में लड़कियों को फुसलाकर धर्मान्तरण कर शादी करने वालों को अब जेल और कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। कानून मंत्री ब्रजेश पाठक ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि- इस तरह की घटनाओं से सूबे के साम्प्रदायिक सौहार्द पर काफी नकारात्मक असर पड़ रहा है। झूठ बोलकर धर्मान्तरण करवाकर शादी करने वाले लोगों की वजह से सामाजिक ताना-बाना बिगड़ सकता है, जिस पर लगाम लगाने के लिए कानूनी खाका खींचने के कवायद शुरू की गयी है। इससे संबंधित ड्राफ्ट को जल्द ही आम जनता के बीच सार्वजनिक कर दिया जायेगा।
इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले का हवाला देते हुए, अपना रूख़ स्पष्ट कर दिया था। सिर्फ शादी करने के दरकार से किया गया धर्म परिवर्तन मान्य नहीं होगा। ऐसा करने वालों के खिलाफ सरकार कड़े कानून लेकर आयेगी। इस मसले पर आल इंडिया मुस्लिम महिला पर्सनल लॉ बोर्ड की अध्यक्षा शाइस्ता अम्बर (All India Muslim Women Personal Law Board Chairperson Shaista Amber) ने सख्त नाराजगी जाहिर की है। उनके मुताबिक- प्रस्तावित कानून, उसका ड्राफ्ट और मौजूदा प्रशासनिक कवायद भारत के संवैधानिक मूल्यों के खिलाफ है। हमारे देश में कई दिग्गज नेताओं और हस्तियों ने दूसरे धर्मों में शादियां की है। क्या उसे भी लव जेहाद की श्रेणी में रखा जायेगा। ये देश की साझी विरासत और संस्कृति पर खुला हमला है। जिसकी हम पुरजोर निंदा करते है।