स्पोर्ट्स डेस्क (समरजीत अधिकारी): पाकिस्तानी सलामी गेंदबाज मोहम्मद आमिर ने अपने अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट करियर (Cricket Career) से सन्यांस ले लिया है। अब उनके निशाने पर पाकिस्तान क्रिकेट कन्ट्रोल बोर्ड (Pakistan Cricket Control Board) है। पीसीबी के साथ-साथ उनकी आलोचनाओं के निशाने पर टीम कोच मिस्बाह-उल-हक और गेंदबाजी कोच वकार यूनुस भी है। हाल ही में मोहम्मद आमिर ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर कहा कि- उनके इस फैसले के पीछे मिस्बाह-उल-हक, वकार यूनुस और पीसीबी का हाथ है।
पीसीबी के बारे में उन्होनें कहा कि- बोर्ड का खिलाड़ियों की इज़्जत का कोई ख्याल नहीं है। बोर्ड हमेशा बॉसगिरी झाड़कर खिलाड़ियों को नीचा दिखाता है। मैं मैनेजमेंट के इस रवैये के खिलाफ हूँ। मैनेजमेंट लोगों के ज़हन में मेरे खिलाफ ज़हर भरकर मेरी छवि खराब कर रहा है। ये सब बंद होना चाहिए। जी-हुजूरी करवाकर खिलाड़ियों को अपमानित करने की रवायत काफी पुरानी है। वसीम खान और एहसान मनी से मेरी किसी भी तरह की कोई अदावत नहीं हैं।
उन्होनें आगे कहा कि, टीम में कई ऐसे खिलाड़ी है, जो सिर्फ एक ही फॉर्मेट में खेलकर अपनी काबिलियत साबित कर रहे है। जब मैनें खुद से आगे बढ़कर दो फॉर्मेट में खेलने की बात की तो इससे प्रबंधन बौखला उठा। मैं सिर्फ टेस्ट क्रिकेट नहीं खेलना चाहता, मुझे पैसों की जरूरत है। जिसके लिए मैं टी20 लीग में खेलना चाहता हूं। मैं आज भी आईसीसी की टॉप-10 रैकिंग में हूँ, बावजूद इसके टीम में मुझे नीचा दिखाने का कोई मौका नहीं छोड़ा जाता।
पीसीबी और उनके बीच के विवाद की कहानी बताते हुए उन्होनें कहा कि- असल विवाद तब शुरू हुआ, जब मैनें टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहने का फैसला कर लिया। साल 2019 के विश्व कप तक सबकुछ ठीकठाक चल रहा था। टीम के कोच मिकी ऑर्थर (Coach mickey arthur) मेरे फैसले को अच्छे से समझ रहे थे। जिसके बाद मेरा चयन ऑस्ट्रेलियाइ दौरे के लिए हुआ। हम ये सीरीज़ हार गये। जिसका सारा ठीकरा तेज गेंदबाज़ी आक्रामण पर फोड़ा गया। उसके बाद से मेरे बारे में गलत धारणायें और बयानबाज़ी होने लग गयी।
आगे उन्होनें कहा कि- मौजूदा मैनजमेंट जबसे वजूद में आया तो बेहतरीन गेंदबाज़ी के बावजूद मेरी कोई हौंसला अफजाई नहीं की गयी। लगातार मेरी काबिलियत को नज़र अन्दाज़ किया गया। हद तो तब हो गयी जब बेहतरीन गेंदबाजी के बावजूद न्यूजीलैंड दौरे के लिये मेरा चयन नहीं किया। अगर मैं लीग मैच में खेल रहा होता तो, इस फैसले की मुखालफत नहीं करता। बोर्ड का ये रवैये मेरे लिए परेशानी का सब़ब बन गया। बोर्ड खिलाड़ियों की बेइज्जती इस लेवल तक करता है कि वो प्लेयर्स को ये तक बताना मुनासिब नहीं समझता कि, उसे टीम से निकाल दिया गया है। गौरतलब है कि मोहम्मद आमिर ने पाकिस्तान के लिए 36 टेस्ट, 61 वनडे और 50 टी20 मैच खेले है। अपने इंटरनेशनल करियर के दौरान 259 विकेट झटकने में वो कामयाब रहे है। अपने क्रिकेट करियर की शुरूआत उन्होनें साल 2009 में टी20 वर्ल्ड कप से की थी।