न्यूज डेस्क (शौर्य यादव): जिन लोगों ने पिछले दस सालों के दौरान एयर इंडिया (Air India) से सफर किया है, उनके लिये बेहद संवेदनशील खब़र सामने आ रही है। जिसका खुलासा खुद एयर इंडिया ने किया। देश की नेशनल एयरलाइन एयर इंडिया पर बड़ा साइबर अटैक (Air India Data Hack) हुआ है। जिसमें कई पैसेंजर्स का क्रेडिट कार्ड, पासपोर्ट डिटेल और पर्सनल डिटेल से जुड़ा डेटा बड़े पैमाने पर हैकर्स ने चुरा लिया है। एयर इंडिया के मुताबिक हैक हुई पैसेंजर्स का डेटा अगस्त 2011 और फरवरी 2021 के बीच का है। माना जा रहा है कि इस डेटा ब्रीच से दुनिया की दूसरी इंटरनेशनल एयरलाइन (International airline) की सेवायें भी बुरी तरह प्रभावित हो सकती है। इस डिजीटल सेंधमारी में हैकर्स ने एयर इंडिया के 45 लाख यात्रियों का डेटा चुराया है। 10 साल का पूरा डेटा चोरी होने की खब़र खुद एयर इंडिया ने सार्वजनिक की। इस साइबर सेंधमारी में पैसेंजर्स का नाम, पासपोर्ट, मोबाइल नंबर, क्रेडिट कार्ड, जन्मतिथि और कई अन्य जानकारियां खासतौर से शामिल है। जिनका गलत इस्तेमाल होने की अब पूरी संभावना है।
माना जा रहा है कि एयर इंडिया के साथ लुफ्थांसा, कैथे पैसेफिक और सिंगापुर एयरलाइंस (Lufthansa, Cathay Pacific and Singapore Airlines) पर भी हैकरों ने हमले किये है। एयर इंडिया डेटा प्रोसेसर्स पर हैकरों का ये हमला फरवरी महीने के दौरान हुआ, जिसकी जानकारी अब तीन महीने बाद दी जा रही है। हालांकि की खास बात ये रही कि रजिस्टर्ड पैसेंजर्स के CVV/CVC नंबर अभी सुरक्षित है। फ्लायर्स डेटा में सेंधमारी की जानकारी एयर इंडिया ने मेल कर दी। मेल में बताया गया कि उन्हें हैकिंग की जानकारी बीती 25 फरवरी को पहली बार मिली। एयर इंडियन ने एहतियाती तौर पर फ्लायर्स को अपने सभी पास पासवर्ड रिसेट करने की सलाह दी है।