न्यूज डेस्क (वृंदा प्रियदर्शिनी): Delhi NCR: आज नोएडा में तड़के सुबह घना कोहरा छाया रहा और एयर क्वालिटी भी ‘गंभीर’ कैटीगिरी में बनी रही। इस सीजन में बीते शुक्रवार (12 नवंबर 2021) को ग्रेटर नोएडा, नोएडा और गाजियाबाद में वायु प्रदूषण का सबसे खराब स्तर पायदान पर दर्ज किया गया। इन इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (Air Quality Index – AQI) ‘गंभीर’ श्रेणी में पाया गया।
शुक्रवार को देश के दो सबसे प्रदूषित शहर नोएडा और बुलंदशहर में प्रदूषण का स्तर 488 पर पहुंच गया। उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले में शनिवार (13 नवंबर 2021) को घने कोहरे के कारण हवा की गुणवत्ता (Air Quality) भी बिगड़ गयी। मुरादाबाद में समग्र वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी पायी गयी।
नोएडा के अलावा दिल्ली समेत एनसीआर के बाकी सभी शहरों में एयर क्वालिटी खतरनाक स्तर के करीब पहुंच गयी। चार कारणों से हवा खतरनाक स्तर पर पहुंच गयी। तापमान कम होने के कारण खतरनाक वायु प्रदूषकों का फैलाव (Spread Of Air Pollutants) एक किलोमीटर से भी कम ऊंचाई पर पाया गया।
वहीं दूसरी ओर दिल्ली एनसीआर के कई इलाकों में सतही हवायें भी रुकी रहीं। इसके साथ ही मिले जुले असर से वेंटिलेशन इंडेक्स (Ventilation Index) भी काफी सिकुड़ गया। धान की फसल के बाद पराली जलाने से निकलने वाले धुएं का भी गहरा असर एयर क्वालिटी पर हुआ। माना जा रहा है कि अगले दो दिनों तक प्रदूषण के खत्म होने का कोई संकेत नहीं हैं। इस दौरान दिल्ली और एनसीआर के शहरों में प्रदूषण का स्तर 450 से ऊपर रहने का अनुमान है।
पराली जलाने से होने वाले धुएं ने दिल्ली के प्रदूषण स्तर में लगभग 35% का योगदान दिया। इन चारों बिंदुओं की वजह से दिन भर दिल्ली-एनसीआर की हवाएं थमती रहीं।