न्यूज डेस्क (शौर्य यादव): नाटकीय राजनीतिक कदम के तहत रविवार (2 जुलाई 2023) को एनसीपी नेता अजित पवार (NCP leader Ajit Pawar) और पार्टी के आठ अन्य नेताओं के महाराष्ट्र में शिवसेना-भाजपा गठबंधन (Shiv Sena-BJP Alliance) में शामिल होने के बाद, एनसीपी ने अपने नौ नेताओं के खिलाफ विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर (Assembly Speaker Rahul Narvekar) के पास अयोग्यता याचिका दायर की। मामले पर एनसीपी नेता जयंत पाटिल (Jayant Patil) ने कहा कि, “हमने विधानसभा अध्यक्ष के पास अयोग्यता याचिका दायर की है और हम जल्द से जल्द इसकी हार्ड कॉपी भी भेजेंगे। ये अयोग्यता याचिका नौ नेताओं के खिलाफ दायर की गयी है।”
जयंत पाटिल ने आगे कहा कि, “उन्होंने (अजित पवार समेत आठ बागी विधायक) किसी को जानकारी नहीं दी कि वो पार्टी छोड़ रहे हैं, जो कि एनसीपी के खिलाफ है। हमने भारत के चुनाव आयोग को भी खत लिखा है। हम उनके इस कदम को मंजूर नहीं कर रहे हैं; इन नौ नेताओं ने पहले से हमें ऐसा करने की कोई जानकारी नहीं दी।”
उन्होंने आगे कहा कि, “हमें विश्वास है कि ज्यादातर विधायक राकांपा में वापस आयेगें और हम उन्हें फिर से स्वीकार करेंगे।”
बता दे कि इससे पहले जो मामले में जो घटनाक्रम शुरू हुआ वो कुछ मायनों में एक साल पहले शिवसेना में हुई टूट से से मिलता जुलता था। राकांपा नेता अजीत पवार ने महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली, साथ ही पार्टी के आठ अन्य विधायक भी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार में शामिल हुए।
मामले पर अजित पवार ने कहा कि सभी विधायक उनके साथ हैं और वो पार्टी के तौर पर शिवसेना-बीजेपी सरकार में शामिल हुए हैं। अजित पवार ने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद कहा कि “हमारे पास सभी संख्याबल हैं। सभी विधायक मेरे साथ हैं। हम यहां एक पार्टी के तौर पर मौजूद हैं। हमने पार्टी के सभी सीनियर नेताओं को इस बारे में जानकारी दी है। लोकतंत्र में बहुमत को महत्व दिया जाता है। हमारी पार्टी 24 साल पुरानी है और युवा नेतृत्व को आगे आना चाहिए।”
डिप्टी सीएम ने आगे कहा कि अगले विस्तार में कुछ और मंत्री जोड़े जायेगें। इसी मसले पर अजित पवार ने कहा कि, “हमने एनसीपी के लगभग सभी विधायकों के साथ शिंदे-फडणवीस सरकार (Shinde-Fadnavis Government) के साथ आने का फैसला किया। हमने शपथ ली और अगले विस्तार में कुछ अन्य मंत्रियों को जोड़ा जायेगा।”
गौरतलब है कि राज्य के राज्यपाल रमेश बैस (Governor Ramesh Bais) ने एनसीपी नेता अजीत पवार को महाराष्ट्र के दूसरे उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ दिलायी। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) की कार्यकारी अध्यक्ष और सांसद सुप्रिया सुले (MP Supriya Sule) ने मौजूदा सियासी प्रकरण पर कहा कि अजित पवार का एकनाथ शिंदे-देवेंद्र फड़णवीस महाराष्ट्र सरकार (Government of Maharashtra) में शामिल होना बेहद दुखद है लेकिन उनके साथ मेरे रिश्ते वैसे ही बने रहेंगे, जैसे पहले थे।
एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले ने कहा कि, “अजित पवार के साथ मेरा रिश्ता नहीं बदलेगा, वो हमेशा मेरे बड़े भाई रहेंगे। हम पार्टी को दुबारा खड़ा करेंगे। जो कुछ भी हुआ वो दर्दनाक है। शरद पवार ने सभी के साथ एक परिवार की तरह व्यवहार किया और वो हमारे वरिष्ठ नेता हैं, मुझे नहीं लगता कि उनके बयान के बाद बोलना सही होगा।”
इस बीच शरद पवार (Sharad Pawar) ने जवाब दिया कि, “हम एक लोकतांत्रिक देश में रहते हैं, जहां हर किसी को अपनी बात कहने और अपनी बात रखने का पूरा अधिकार है। अजित पवार का ये कदम उनका अपना फैसला और नज़रिया है।”
अजीत पवार और आठ बागी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (Nationalist Congress Party) के विधायकों के महाराष्ट्र सरकार में शामिल होने के कुछ घंटों बाद पार्टी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि, “ये ‘गुगली’ नहीं है, ये डकैती है। मैं पार्टी छोड़ने वालों के भविष्य को लेकर खासा चिंतित हूं।”