न्यूज डेस्क (दिगान्त बरूआ): इंसानी समझ लंबे वक्त से समय, अनंत, गुरूत्वाकर्षण, ब्लैक मैटर्स, ब्लैक होल और परग्रहियों (Aliens) जैसी गुत्थियों को सुलझाने में लगी हुई है। इसी क्रम में हाल ही में बीते 29 दिसंबर को हवाई के ओहाऊ इलाके (in Hawaii’s O‘ahu Area) में तेज चमक और गड़गहाहट के साथ एक यूएफओ को उतरते देखा गया। कारसवार स्थानीय निवासी मोरिअह ने इस घटना को देखा, उसके पति ने इस घटना को कैमरे में फिल्मा लिया। देखने में ये नीले रंग की रोशनी थी, जो कि बेहद बेतरतीबी तरीके से आसमान में घूम रही थी। मोरिअह के मुताबिक यूएफओ बिजली की तेजी के साथ आयी और समुद्र में समा गयी। देखने में ये चीज़ टेलीफोन खंभे से काफी बड़ी थी।
कैमरे में कैद फुटेज का विश्लेषण हार्वर्ड के प्रोफ़ेसर अवि लोएब (Harvard professor Avi Loeb) ने किया। उनके मुताबिक ये वीडियो क्लिप इस बात का सबूत है कि दूसरी दुनिया का पराग्रही अक्सर धरती पर आते रहते है। साथ ही बड़ी बात ये है कि, किसी भी अंतरिक्ष एजेंसी ने इस इलाके में उल्का पिंड गिरने की पुष्टि नहीं की है। ऐसे में ये तय माना जा रहा है कि, ये यूएफओ ही है। इसी कारण स्थानीय लोगों में संशय और डर काफी फैल गया है। लोगों में दहशत बनी हुई है।
इस घटना को लेकर लोग तरह-तरह के कयास लगा रहे है। कुछ लोगों का मानना है कि, ये किसी उल्कापिंड का टुकड़ा रहा होगा, जिसे अंतरिक्ष एजेंसियां वक्त रहते ट्रैक नहीं कर पायी। कुछ का मानना है कि ये Oumuamua उल्कापिंडो का हिस्सा है। जो कि 2017 से लगातार इस इलाके में गिरते रही है। जिस रफ्तार के साथ ये आयी, उसे देखकर इसे एयरप्लेन भी नहीं माना जा सकता। सबसे आखिरी और मजबूत संभावना इसके यूएफओ (UFO) होने की है। जिसके चलते स्थानीय लोग काफी परेशान है।
गौरतलब है कि हाल ही में इजरायल के पूर्व अंतरिक्ष सुरक्षा प्रमुख हाइम इशेद (Israel’s former space security chief Hime Ished) ने सनसनीखेज खुलासा करते हुए कहा था कि, एलियंस और अमेरिकी वैज्ञानिकों ने मिलकर मंगलग्रह पर बेस बना रखा है। जिसमें उच्चस्तरीय वैज्ञानिक शोध किया जा रहा है। इसकी जानकारी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को है। हाइम इशेद के मुताबिक इंसानी समझ अभी इस खुलासे के लिए तैयार नहीं है। इस कवायद का एक ही मकसद है, जिससे कि इंसानी वजूद को धरती पर कायम रखा जा सके।