धर्म डेस्क (नई दिल्ली): भगवान शिव की पवित्र वार्षिक अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra) 28 जून से शुरू होगी और 22 अगस्त को संपन्न होगी।
आमतौर पर यह तीर्थयात्रा अनंतनाग जिले में पारंपरिक 36 किलोमीटर लंबे पहलगाम मार्ग और गांदरबल जिले में 14 किलोमीटर लंबे बालटाल मार्ग पर शुरू होती है। जिसके बाद यह यात्रा रक्षा बंधन के समय अगस्त में समाप्त होता है।
सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि आने वाले गर्मियों के महीने में पर्यटकों की संभावित भीड़ और अमरनाथ यात्रा के मद्देनजर व्यवस्था बनाये रखना सुरक्षा बलों के लिए एक चुनौती होती है।
अधिकारी ने कहा कि दक्षिण कश्मीर (South Kashmir) के बाकी हिस्सों में सुरक्षा की स्थिति में उल्लेखनीय सुधार हुआ है और सेना को कामचलाऊ विस्फोटक उपकरणों (IED) के खतरे और घटना मुक्त वार्षिक अमरनाथ यात्रा के संचालन जैसी चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार किया गया है।