न्यूज डेस्क (श्री हर्षिणी सिंधू): हाल ही में अम्बेडकरनगर जिला पुलिस (Ambedkarnagar District Police) की बुलडोजर कार्रवाई से डरकर सामूहिक बलात्कार के आरोपियों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया। पुलिसिया सूत्रों के मुताबिक मामले बीते 29 मार्च को अम्बेडकरनगर थाना जैतपुर (Police Station Jaitpur) के अन्तर्गत ग्राम जिउली में छह अभियुक्तों ने गैंगरेप की वारदात को अंज़ाम दिया। पीड़ित पक्ष के लिखित तहरीर पर थाना जैतपुर पुलिस ने आईपीसी की धारा धारा-376D, 323, 506, 5/6 पाक्सो एक्ट और 67 आईटी एक्ट के अन्तर्गत मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी।
पुलिस अधीक्षक अम्बेडकरनगर आलोक प्रियदर्शी (Superintendent of Police Ambedkar Nagar Alok Priyadarshi) ने जांच अधिकारी को संलिप्त अभियुक्तों की तुरन्त गिरफ्तारी के लिये निर्देश जारी किये। इसी क्रम में दबिश देने वाली पुलिस टीम ने टैक्निकल सर्विलांस (Technical Surveillance) और मुखबिर तंत्र की मदद ली, फिर वो आरोपियों तक पहुँचने में नाकाम रही। लगातार सार्थक प्रयासों के दौरान पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर अभियुक्त रविप्रकाश यादव उर्फ लाला के घर दबिश देकर उसे गिरफ्तार लिया।
जैतपुर पुलिस के काफी प्रयास करने के बाद भी मामले के अन्य अभियुक्त फरार ही रहे। बीते बुधवार (6 अप्रैल 2022) को अभियुक्तों के गांव में पुलिस टीम बुलडोजर के साथ पहुँची और अनाउंसमेंट के जरिये बताया कि अगर फरार पांचों अभियुक्त अपने परिजनों के साथ थाने में आकर आत्मसमर्पण नहीं करते है तो उनको घरों को बुलडोजर से गिरा दिया जायेगा। बुलडोजर की कार्यवाही के डर से फरार पांचों अभियुक्तों ने अगले ही दिन (7 अप्रैल 2022) थानाध्यक्ष जैतपुर जयप्रकाश सिंह के सामने सरेंडर कर दिया। इस दौरान पांचों ने अपने इकबालियां बयान में अपराध में शामिल होने की बात मानी साथ ही बुलडोजर की कार्रवाई ना करने के साथ भविष्य में अपराध के साथ तौबा करने की कसम खायी।
पुलिस ने तुरन्त पांचों अभियुक्तों को नियमानुसार गिरफ्तार कर मामले में कार्रवाई को आगे बढ़ाया। बता दे कि पुलिसिया गिरफ्त में आये अभियुक्तों का नाम कमलेश, शुभम शुक्ला, रमेश, विजय कुमार विश्वकर्मा और जयहिन्द बताया जा रहा है। पुलिस की इस कवायद की चर्चा पूरे जिले में चर्चा का विषय बनी हुई है। माना जा रहा है पुलिस की इस कार्रवाई से अपराधियों के हौंसले पस्त पड़ेगें।